- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर बड़ा आरोप लगाया है
- उन्होंने कहा कि राज्यपाल का नाम 1996 के हवाला जैन केस में आ चुका है
- सीएम ममता के आरोपों का जवाब देते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह किसी भी सूरत में झुकेंगे नहीं
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर बड़ा आरोप लगाते हुए कि वह भ्रष्ट हैं और उनका नाम 1996 के हवाला जैन केस में आ चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पश्चिम बंगाल राज्यपाल के पद से हटाने के लिए वह केंद्र को अब तक तीन पत्र लिख चुकी हैं। उन्होंने राज्य में कोविड-19 संबंधी पाबंदियां 15 जुलाई तक बढ़ाने की भी घोषणा की।
सीएम को राज्यपाल का जवाब
वहीं, राज्यपाल धनखड़ ने सीएम ममता के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह किसी भी हाल में झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'आपके राज्यपाल को चार्जशीट नहीं किया गया है। ऐसा कोई दस्तावेज नहीं है। यह गलत सूचना है। मुझे किसी वरिष्ठ राजनेता से इसकी उम्मीद नहीं थी। मैंने हवाला चार्जशीट में किसी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है, क्योंकि वहां कोई चार्जशीट नहीं थी।'
उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी हाल में झुकने वाला नहीं हूं। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं झुकूंगा नहीं। पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करने के लिए मैं जो कुछ भी कर सकता हूं वह करूंगा।'
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ममता बनर्जी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे? उन्होंने कहा, 'भारतीय संस्कृति में आज तक किसी ने छोटी बहन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। मैं उस तरफ नहीं जाऊंगा। मैं दुखी हूं। ममता जी एक परिपक्व नेता हैं। उन्होंने ऐसा क्यों किया?'
सीएम का राज्यपाल पर आरोप
इससे पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर तीखे हमले करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा था, 'वह भ्रष्ट हैं, उनका नाम 1996 के हवाला जैन केस की चार्जशीट में आ चुका है। उन्हें पश्चिम बंगाल राज्यपाल के पद से हटाने के लिए मैं तीन पत्र लिख लिख चुकी हूं।'
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ममता बनर्जी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे? उन्होंने कहा, 'भारतीय संस्कृति में आज तक किसी ने छोटी बहन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। मैं उस तरफ नहीं जाऊंगा। मैं दुखी हूं। ममता जी एक परिपक्व नेता हैं। उन्होंने ऐसा क्यों किया?'
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि बीते कुछ समय में राजभवन और सीएम कार्यालय के बीच तनाव साफ देखने को मिला है। राज्यपाल और सीएम के बीच टकराव की यह स्थिति पश्चिम बंगाल में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव से भी पहले से देखने को मिल रही है।
15 जुलाई तक बढ़ाई गई पाबंदियां
इस बीच सीएम ने पश्चिम बंगाल में कोविड-19 संबंधी पाबंदियां भी 15 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की। एक संवाददाता सम्मेलन में सीएम ममता बनर्जी ने कबहा कि सार्वजनिक बसों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालन की अनुमति होगी। सरकारी और निजी कार्यालयों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति होगी।
राज्य में जिमनेजियम और ब्यूटी पार्लर पूर्वाह्न 11 बजे से शाम छह बजे तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोले जा सकेंगे, जबकि शादी जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में अधिकतम 50 लोगों को हिस्सा लेने की अनुमति होगी। सब्जी बाजारों को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुलने की अनुमति दी गई है। उन्होंने लोगों से मास्क लगाने एवं एक दूसरे से दूरी रखने की अपील की।