नयी दिल्ली: सरकार ने यहां घरेलू स्तर पर निर्मित रूस की एकल खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके स्पुतनिक लाइट के निर्यात (Sputnik Light Export) की अनुमति दे दी है। इस टीके को अभी भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी गई है। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भारतीय दवा कंपनी हेटेरो बायोफार्मा लिमिटेड को रूस को स्पुतनिक लाइट की 40 लाख खुराक निर्यात करने की अनुमति दी गई है।
स्पुतनिक लाइट रूसी टीके स्पुतनिक वी के घटक -1 के समान है। भारत के औषधि नियामक ने अप्रैल में स्पुतनिक वी के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी, जिसके बाद से भारत में कोविड-19 रोधी टीकाकरण कार्यक्रम में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
रूसी राजदूत निकोलाय कुदशेव ने भारत सरकार से हेटेरो बायोफार्मा द्वारा उत्पादित स्पुतनिक लाइट को तब तक रूस में निर्यात की अनुमति देने का आग्रह किया था, जब तक इस टीके को भारत में औषधि नियामक द्वारा आपात इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिल जाती।
एक सूत्र ने कहा, 'सरकार ने भारतीय दवा कंपनी हेटेरो बायोफार्मा को रूस को स्पुतनिक लाइट की 40 लाख खुराक निर्यात करने की अनुमति दी है। विस्तृत विचार-विमर्श के बाद इस सप्ताह निर्णय लिया गया।'
Sputnik Light सिंगल शॉट वाली वैक्सीन
गौरतलब है कि अब तक देश में दो डोज वाली स्पुतनिक वी वैक्सीन को प्रयोग में लाया जा रहा है, जबकि स्पुतनिक लाइट सिंगल शॉट वाली वैक्सीन है। कई अध्ययनों में वैज्ञानिक इस वैक्सीन के काफी असरदार होने का दावा भी कर रहे हैं।
मई 2021 को पहली बार रशियन फेडरेशन स्वास्थ्य मंत्रालय, नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने सिंगल शॉट वाली स्पुतनिक लाइट वैक्सीन की घोषणा की थी, जुलाई में पैनेसिया बायोटेक को स्पुतनिक लाइट का लाइसेंस मिल चुका है, हिमाचल प्रदेश के बद्दी शहर में इसका उत्पादन किया जा रहा है।