- गुजरात में आम आदमी पार्टी लगा रही है पूरा दम
- अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत कई बड़े नेता कर चुके हैं कार्यक्रम
- गुजरात में पिछले कई सालों से लागू है शराबबंदी
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की शराब नीति पर विपक्ष गंभीर आरोप लगाते रहा है। शराब बेचने से लेकर शराब पीने की उम्र तक को लेकर केजरीवाल सरकार सवालों के घेरे में है। अब गुजरात चुनाव से पहले केजरीवाल की पार्टी का एक उम्मीदवार, राज्य में शराब का फायदा बताते घूम रहा है। उम्मीदवार की बातों से ऐसा लग रहा है, जैसे राज्य में आप की सरकार बनने के बाद गुजरात से शराब बंदी खत्म हो जाएगी।
गुजरात की सोमनाथ विधानसभा सीट से आप के उम्मीदवार जगमल वाला ने दावा किया है कि शराब पीना फायदेमंद है। इससे नुकसान नहीं होता है। उन्होंने कहा- "दुनिया में 196 देश हैं जहां 800 करोड़ लोग रहते हैं। इन सभी 196 देशों में शराब पीने की आजादी है। अकेले भारत की आबादी 130-140 करोड़ है और पूरे देश में शराब पीने की आजादी है। शराब पर प्रतिबंध केवल गुजरात में है। जो यह साबित करता है कि शराब खराब नहीं है। बड़े डॉक्टर, आईएएस और आईपीएस अधिकारी शराब का सेवन करते हैं।"
आप नेता के इस बयान के बाद से राज्य में केजरीवाल की पार्टी विरोधियों के निशाने पर आ गई है। बीजेपी ने इस बयान के लिए माफी की मांग की है। भाजपा ने कहा है कि गुजरात को बदनाम करने और शराब पीने को बढ़ावा देने के लिए आप नेता माफी मांगें।
बता दें कि गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे तो मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होते आया है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटी है। हालांकि पिछले चुनाव में केजरीवाल और उनकी पार्टी ने मेहनत की थी, लेकिन तब वो असफल रहे थे।
ये भी पढ़ें- कट्टर भ्रष्टाचारी हैं आम आदमी पार्टी, चुनाव आते ही शुरू हो जाती है केजरीवाल की नौटंकी- बीजेपी