Mahakal Corridor Ujjain Update: महाकाल की उस नगरी के दर्शन करिए जिसका 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन..वाराणसी में काशी विश्वनाथ के बाद उज्जैन में भी महाकाल कॉरिडोर का पहला फेज बनकर तैयार हो चुका है..काशी से कई गुना बड़े इस कॉरिडोर को देखकर ऐसा लगता है..जैसे महादेव की नगरी सीधे स्वर्ग से जमीन पर उतर आई है..कैसा है- महाकाल का दिव्य-भव्य कॉरिडोर? हमारी इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में देखिए..
कालों के काल की नगरी..सीधे स्वर्ग से उतरी !
भगवान शिव के 190 रूप..एक साथ..साक्षात् !
महाकाल कॉरिडोर से SUPER EXCLUSIVE
11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री करेंगे उद्घाटन
'नवभारत' पर दिव्य-भव्य LIVE दर्शन !
कालों के काल महाकाल की नगरी उज्जैन..धरती पर स्वर्ग सा अहसास करा रही है..यहां महाकालेश्वर तो पहले से मौजूद हैं..अब भगवान शिव के एक नहीं बल्कि 190 रूप भी साक्षात् विराजमान हैं..ऐसा लग रहा है..जैसे कालों की समयसीमा को दरकिनार कर सातों ऋषि भी एकसाथ महादेव की आराधना में खुद उज्जैन पहुंच गए हैं..ये सत्य और सुंदर रूप उज्जैन का है..जहां महाकाल कॉरिडोर का पहला फेज बनकर तैयार हो चुका है..जिसका शुभारंभ करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले हैं..11 अक्टूबर को माननीय प्रधानमंत्री जी महाकाल महाराज की नगरी पधारेंगे और प्रथम चरण के कार्यों का लोकार्पण करेंगे..
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प्रधानमंत्री महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण 11 अक्टूबर को करेंगे..लेकिन उससे पहले आज ही हम आपको टाइम्स नाउ नवभारत पर भव्य, दिव्य और नव्य महाकाल कॉरिडोर के दर्शन कराएंगे..हम आपको महाकाल परिसर के अंदर भी ले चलेंगे..लेकिन सबसे पहले आपको रुद्रतालाब के करीब की तस्वीर दिखाते हैं..महाकाल कॉरिडोर काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर से भी कई गुना बड़ा है..भव्यता और सुंदरता ऐसी कि शिवभक्तों की आंखें इसके कोने-कोने को बस निहारती रह जाएंगी..
महाकाल प्रोजेक्ट 750 करोड़ रुपये का है..
फिलहाल पहले फेज का काम पूरा हो चुका है..
जिस पर करीब 316 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं..
दूसरा फेज भी 1 साल के अंदर पूरा हो जाएगा..
पहले महाकाल परिसर सिर्फ 2 हेक्टेयर का था..
अब पूरा कॉरिडोर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा..
महाकाल कॉरिडोर में देवी-देवताओं की अद्भुत प्रतिमाएं हैं..भगवान शिव के ही 190 रूप हैं..यानी नजारा देवलोक जैसा है..महाकाल के नए विशाल परिसर में जिन सप्तऋषियों की मूर्तियां लगाई गई हैं..उनमें कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और वशिष्ठ हैं..शिव पुराणों में जो लिखा है..सनातन धर्मग्रंथों में भगवान शिव की जिस महिमा का बखान है..वो सबकुछ इस विशाल परिसर में एकसाथ मौजूद होंगे..ये कॉरिडोर सनातन और नूतन का अद्भुत संगम है..
महाकाल कॉरिडोर के 4 हिस्से
450 गाड़ियों के लिए पार्किंग
पार्किंग के ऊपर सोलर पैनल
बिजली की 80-90 % जरूरत पूरी
दो दरवाजे- नंदी द्वार, पिनाकी द्वार
कॉरिडोर में तस्वीरों की सीरीज
शिव पुराण के प्रसंगों का चित्रण
लाइटिंग की शानदार व्यवस्था
क्यूआर कोड से ऑडियो गाइड
जिस नंदी द्वार का जिक्र आपने सुना..उससे जुड़ा महाकाल पथ कैसा है? वो भी देखिए..महाकाल कॉरिडोर का कोना-कोना..इंच-इंच अद्वितीय है..कमलतालाब को देखेंगे तो बस देखते ही रह जाएंगे..पहले फेज का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है..चूंकि 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका उद्घाटन होना है..ऐसे में बाकी बचे काम भी जल्द से जल्द पूरे हो जाएंगे..महाकाल मंदिर के बिल्कुल करीब एक ऐसी संध्या वाटिका भी बनाई जा रही है..जिसे दिन के उजाले में देखकर भी रात का अहसास होगा..
बड़ी बात ये कि देवों के देव महादेव के इस कॉरिडोर को बनाने में सर्व धर्म संभाव का भी पूरा ख्याल रखा गया है..महाकाल कॉरिडोर सिर्फ प्रोजेक्ट भर नहीं है..ये मध्य प्रदेश और भारत के सांस्कृतिक गौरव की नई गाथा भी है..ऐसे में एमपी सरकार ने इसके उद्घाटन को महोत्सव के तौर पर मनाने का फैसला लिया है..ये आयोजन उज्जैन में तो होंगे..लेकिन उज्जैन के अलावा मध्य प्रदेश का हर गांव इस आयोजन से जुड़े, हर शहर इस आयोजन से जुड़े..इसकी भी पूरी योजना हमलोग बना रहे हैं..
उज्जैन : 40 हेक्टेयर में विस्तार ले रहा है महाकाल का भव्य कॉरिडोर, 11 अक्टूबर को PM करेंगे पहले चरण का लोकार्पण
अब इंतजार हर किसी को 11 अक्टूबर का है..जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन आएंगे और महाकाल कॉरिडोर के पहले चरण का शुभारंभ करेंगे..काशी ही नहीं केदारनाथ के विकास पर भी प्रधानमंत्री का जोर है..उन्होंने 5 नवंबर 2021 को खुद बाबा केदार के दर्शन कर करीब 400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ किया..
तब प्रधानमंत्री ने आदि शंकराचार्य समाधि का उद्घाटन और उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया..केदारनाथ प्रोजेक्ट नरेंद्र मोदी के दिल के बेहद करीब है..ऐसे में पुनर्निमाण कार्यों की खुद नियमित तौर पर जायजा लेते हैं..इस साल दिसंबर तक केदारनाथ के 21 प्रोजेक्ट्स में से 10 पूरे होने हैं..लिहाजा, उन्होंने आज यानी 22 सितंबर को ही सीएम पुष्कर सिंह धामी और राज्य के आला अफसरों संग वर्चुअल मीटिंग की..वो चाहे चार धाम प्रोजेक्ट हो या फिर अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का काम..नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जिस तरह से आर्थिक के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास के अविराम काम हो रहे हैं..उसे बीजेपी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की पुनर्वापसी करार देती है..