नई दिल्ली: गुजरात के वडोदरा का एक परिवार नर्मदा जिले के केवडिया कॉलोनी में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का दौरा करने के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया। परिवार में 5 सदस्य थे। उन्हें आखिरी बार 1 मार्च (रविवार) की शाम को बच्चों के न्यूट्रिशन पार्क के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया।
पुलिस के अनुसार, कल्पेश परमार अपनी पत्नी तृप्ति, मां उषा और दो बच्चों नियती और अर्थव के साथ रविवार को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे। वे सुबह 10 बजे घर से निकले। उन्होंने फेसबुक और परिवार के व्हाट्सएप ग्रुपों पर यात्रा की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। पुलिस ने कहा, 'लेकिन उनके परिवार का आरोप है कि पांचों उसके बाद कभी नहीं लौटे। उनके फोन तब से बंद हैं।'
'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, अपने परिजनों से अंतिम बातचीत में कल्पेश ने अपने चचेरे भाई को सूचित किया कि वे वड़ोदरा लौटने से पहले भरूच में एक रिश्तेदार से मिलने जाने की योजना बना रहे हैं। सोमवार सुबह जब कल्पेश के दादा ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, तो उनका फोन बंद था। फिर उन्होंने भरूच में अपने रिश्तेदार से संपर्क करने की कोशिश की, जिसने सूचित किया कि कल्पेश और उसका परिवार वहां नहीं पहुंचे। इसके बाद कल्पेश के परिवार के सदस्य केवडिया कॉलोनी पहुंचे और पुलिस को सूचित किया।
केवडिया के पुलिस इंस्पेक्टर एएम परमार ने बताया, 'उन्हें आखिरी बार न्यूट्रिशन पार्क के बाहर देखा गया। हम सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रहे हैं और उन्हें ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उनकी कॉल डिटेल्स भी मिली हैं। अभी तक उनके ठिकाने को लेकर कोई लीड नहीं है।