नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मास्क एक प्रमुख हथियार है। महामारी की शुरुआत से ही मास्क को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद लोगों ने इसके प्रति लापरवाही दिखाई है। अब इसी को लेकर हैरान और परेशान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। सरकार ने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार, 50 प्रतिशत लोग अब भी मास्क नहीं पहनते, और 64 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो मास्क पहनकर सिर्फ अपना मुंह ढकते हैं, नाक को नहीं।
देश की 25 शहरों में 2000 लोगों पर हुए सर्वे से सामने आया है कि आधा भारत अभी भी मास्क नहीं पहनता है। वहीं सिर्फ 7% लोग ही सही तरीके से मास्क पहनते हैं।
इसके अलावा जो 50% लोग मास्क पहनते हैं, उनमें से भी 64% सिर्फ मुंह को ढकते हैं, नाक को नहीं। 20 प्रतिशत मास्क को ठोड़ी पर रखते हैं, 2% गर्दन पर रखते हैं। इसमें से 14% ही सही तरीके से मास्क पहनते हैं, यानी को नाक, मुंह, ठोड़ी को कवर करते हैं।
बेहद जरूरी है मास्क
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तो विशेषज्ञों ने कहा कि लोग घरों में भी मास्क में रहें और बाहर 2-2 मास्क का उपयोग करें। केजीएमयू में रेस्पिरेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी का कहना है कि मास्क म्यूटेशन की इन्ट्री को रोकता है। इससे शरीर के अंदर पहुंचने के बाद वह अलग-अलग प्रभाव दिखाते हैं। वर्तमान में जो बदलाव वाला वायरस शरीर के अंदर पहुंचता है तो उसकी संक्रमकता बहुत ज्यादा है। उन्होंने बताया कि एक बार संक्रमित खांसने में दो सौ करोड़ वायरस निकलते हैं। उसके पास चाय पीने बैठने वाला बोल रहा है, तो उसमें भी वायरस निकलते हैं। संक्रमित व्यक्ति के आस-पास बैठकर चाय पी रहे तो भी वायरस निकलते हैं। मास्क का उपयोग सही प्रकार से होना चाहिए। माइक्रो बायोलॉजी विभाग की डॉ. शीतल वर्मा ने बताया कि देखा गया है कि मास्क ठीक से पहनने से संक्रमण से 80-90 प्रतिशत बचाव हो सकता है। हर मास्क का अलग-2 बचाव है।