- हाथरस गैंगरेप केस ने पकड़ा तूल, देशभर में हो रहा है विरोध प्रदर्शन
- पीड़िता के गांव जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने किया सील
- विपक्षी नेताओं के संभावित दौरे को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिसरकर्मी तैनात
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस मैं दलित युवती के साथ कथित तौर पर हुए गैंगरेप और उसके बाद हुई पीड़िता की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस जाने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें एक्सप्रेस वे पर ही रोक दिया गया। शुक्रवार को टीएमस का एक प्रतिनिधिमंडल गांव जाकर पीड़ित परिवार से मिलना चाहता था लेकिन पुलिस ने उन्हें हाथरस सीमा पर रोक दिया। टीएमसी की महिला सांसदों का आरोप है कि पुरुष कांस्टेबलों ने उनके साथ बदसलूकी की। हाथरस प्रशासन ने टीएमसी नेताओं के आरोपों को खारिज किया है।
हाथरस में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है औऱ पीड़िता का गांव छावनी में तब्दील हो चुकी है। नेताओं के दौरे को देखते हुए पूरे हाथरस में धारा 144 लागू कर दी गई है।
हाथरस मुद्दे पर न हो राजनीति
इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, मुंबई या दिल्ली में ऐसी घटना क्यों होनी चाहिए? देश में बलात्कार की कोई घटना नहीं होनी चाहिए।पूरा देश चाहता है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। कुछ लोगों को लगता है कि उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस समय, पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता की आवश्यकता होती है
जनपथ मेट्रो पर एंट्री और एग्जिट बंद
जनपथ के लिए प्रवेश और निकास द्वार बंद है। इस स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं होगा। राजीव चौक और पटेल चौक के लिए निकास द्वार बंद हैं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का कहना है कि ऐहतियातन निर्णय लिया गया है
हाथरस कांड के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन
हाथरस कांड के विरोध में विपक्ष पूरी तरह से योगी सरकार पर निशाना साध रहा है। एक तरफ दिल्ली स्थित वाल्मीकि मंदिर में प्रियंका गांधी ने पूजा अर्चना के बाद कहा कि इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए हर एक को आगे आना होगा। तो वाम दलों नें भी दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। सीताराम येचुरी ने कहा कि अब यूपी सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। वो लोग मांग करते हैं कि इस मामले में न्याय होना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने वाल्मीकि मंदिर में की पूजा
हाथरस कांड पर कांग्रेस हमलावर है, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से कूच किया था। लेकिन दोनों लोगों को गौतमबुद्धनगर जिला प्रशासन ने आगे बढ़ने से रोक दिया। अब इस मुद्दे को लेकर प्रियंका गांधी ने दिल्ली में वाल्मीकि मंदिर में मत्था टेका।
चंद्रशेखर ऊर्फ रावण की चेतावनी
भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर कुछ इस तरह बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, मुझे मारो। चुनाव से पहले वो दलितों के पैर धोते हैं, वो नारा देते हैं कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ। जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर वो सदन में गए हैं जब उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है। उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते, प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? आपको जवाब देना पड़ेगा। आज शाम 5 बजे हम आपसे जवाब मांगने इंडिया गेट आ रहे हैं। आपकी चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है, आपको जवाब देना पड़ेगा और न्याय करना पड़ेगा
पुलिस पर बदसलूकी करने का आऱोप
टीएमसी की प्रतिमा मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित रेप पीड़िता के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देने के लिए हमें भेजा। हमने स्थानीय प्रशासन को अपने बारे में जानकारी दी लेकिन उसने हमें आगे नहीं जाने दिया। पुलिस ने धक्का देकर हमें बिठा दिया। यदि वे महिला सांसदों का सम्मान नहीं कर सकते तो आम लोगों की हालत आप समझ सकते हैं।
सिद्धार्थ नाथ सिंह का टीएमसी पर हमला
यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इस पूरे प्रकरण का राजनीतिकरण किया जा रहा है। लोग हाथरस केवल घूमने जा रहे हैं। सिंह ने कहा, 'टीएमसी के डेरेक मेरे अच्छे मित्र हैं। साथ ही अजीब व्यक्ति भी हैं उन्हें अपना कौशल दिखाने के लिए हाथरस में जगह मिल गई है।'
टीएमसी नेताओं के इस दावे पर कि उनके साथ बदसलूकी हुई। टीएमसी की महिला सांसद ने आरोप लगाया है कि पुरुष कांस्टेबल ने उन्हें छुआ। हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश मीना ने कहा कि आरोप पूरी तरह से गलत हैं। महिला कांस्टेबलों ने उन्हें वापस जाने के लिए कहा क्योंकि गांव में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है। जब उन्होंने जबरन गांव में जाने की कोशिश की तो कांस्टेबल ने उन्हें रोका।
भीम आर्मी चीफ का पीएम मोदी पर निशाना
भीम आर्मी के चंद्रशेखर ने कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, मुझे मारो। चुनाव से पहले वो दलितों के पैर धोते हैं, वो नारा देते हैं कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ। जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर वो सदन में गए हैं जब उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है। उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते, प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? आपको जवाब देना पड़ेगा। आज शाम 5 बजे हम आपसे जवाब मांगने इंडिया गेट आ रहे हैं। आपकी चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है, आपको जवाब देना पड़ेगा और न्याय करना पड़ेगा'
दिग्गी ने साधा निशाना
राहुल गांधी को हाथरस जाने से रोकने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'राहुल गांधी और प्रियंका जी अकेले जाकर पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते थे, उनको क्यों रोका गया? धारा 144 और 188 लागू करने की जवाबदेही प्रशासन की है, जब भाजपा के कार्यक्रम होते हैं तब ये ही प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं करता?'
हाथरस की घटना पर केजरीवाल ने कही ये बात
हाथ गैंगरेप पीड़िता का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। अब इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हिन्दू धर्म में रात को कभी अग्नि(शव को) नहीं दी जाती लेकिन उसे (पीड़िता) रात को ही जला दिया गया, उसके परिवार को अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए। जिस तरह से सत्ता पक्ष ने पीड़ित परिवार के साथ व्यवहार किया वो अच्छी बात नहीं है।'
टीएमसी प्रतिनिधिमंडल को रोका
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन समेत टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस के बॉर्डर पर रोका गया। यह प्रतिनिधिमंडल हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहा था।
सपा का प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने कहा, 'यूपी में जिस तरह से महिलाओं के साथ रेप की घटनाएं हो रही हैं और उनकी हत्या की जा रही उसके खिलाफ हम लोग आज बाबू जी के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करके मौन विरोध करना चाहते थे लेकिन हमें पुलिस लाठी से मारकर रोक रही है, लेकिन हम रूकने वाले नहीं हैं'
पायलट और गहलोत का निशाना
राहुल गांधी को कल हाथरस जाने से रोके जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'इतनी बड़ी घटना(हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार) है, लोकतंत्र के अंदर कोई राष्ट्रीय स्तर का नेता जाना चाहता है अगर कोई छुपाने की बात नहीं है तो रोकने की बात क्यों होनी चाहिए?' वहीं राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, 'पहली बार देखा कि पुलिस, प्रशासन और सरकार ने उत्तर प्रदेश में जानबूझकर सबूत निपटाने की कोशिश की और वहां के ज़िला कलेक्टर ने उनके परिजनों को धमकाने की कोशिश की। मुख्यमंत्री और पूरे प्रशासन ने विपक्ष की आवाज को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।'
हाथरस में धारा 144 लागू
अलीगढ़ रेज के आईजी पीयूष मोर्दिया कहते हैं कि हाथरस में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है। पीड़िता के गांव की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। हाथरस जाते समय हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित 153 नामजद एवं 50 अन्य लोगों के विरुद्ध ग्रेटर नोएडा के थाना इकोटेक पर 155/2020 धारा 188, 269, 270 आईपीसी व 3 महामारी एक्ट पंजीकृत किया गया है।
- इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत के मामले मेंराज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों को समन भेजा है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की पीठ ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक को समन जारी कर सभी से 12 अक्टूबर को अदालत में पेश होने और मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है। पीठ ने युवती के माता-पिता से भी कहा है कि वे अदालत आकर अपना पक्ष रखें।