नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक (वैभव) सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस वर्चुअल वैश्विक सम्मलेन में वैश्विक, प्रवासी भारतीय अनुसंधानकर्ता एवं शिक्षाविद शामिल होंगे। यह कार्यक्रम दो अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम में 55 देशों के 3000 से ज्यादा प्रवासी भारतीय, वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद शरीक होंगे। सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सम्मेलन में 1000 से ज्यादा अकादमियों से जुड़े लोग एवं वैज्ञानिक इस समारोह का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'कल शुरू होने जा रहे वैभव सम्मेलन को लेकर काफी आशान्वित हूं। यह सम्मेलन प्रवासी भारतीय अनुसंधानकर्ताओं एवं वैज्ञानिकों को एक साथ मंच प्रदान करता है। दो अक्टूबर को शाम साढ़े छह बजे इस कार्यक्रम से जुड़िए।' इस सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय मूल के दिग्गजों को एक मंच पर लाना है जो दुनिया भर की अकादमिक और शोध संस्थाओं से जुड़े हैं। इस कार्यक्रम में दुनिया के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के बेहतर इस्तेमाल पर चर्चा होगी।
कार्यक्रम का उद्घाटन होने के बाद ऑनलाइन सत्रों की शुरुआत होगी। समारोह में विज्ञान एवं एन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां और प्रवासी भारतीयों के बीच बातचीत एवं विमर्श होगा। भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के नेतृत्व में करीब 200 अकेडमिक संस्थाएं और विज्ञान एवं तकनीक विभाग अक्टूबर तक चलने वाले इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
इस सम्मेलन में 200 सत्र आयोजित होंगे जिनमें 40 देशों के 1500 पैनलिस्ट, भारत के आरएंडडी एवं अकामदिक संस्थाओं के 200 प्रमुख भाग लेंगे। समारोह का समापन सरदार पटेल की जयंती के मौके पर 31 अक्टूबर को होगा।