हाथरस मामले की तपिश बढ़ती ही जा रही है इस मामले में जहां यूपी सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए वहीं आरोपियों के पक्ष में भी गोलबंदी शुरू हो गई है, बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपियों को न्याय दिलाने के लिए सवर्ण समाज के लोग की पंचायत बैठक हुई है और इस पंचायत में 12 गांवों के लोग जुटे, पंचायत में लोगों ने आरोपियों के पक्ष में मांग उठाई है।
पीड़िता के गांव के निकट के बघना गांव में सवर्ण समाज के लोग एकजुट नजर आए वह चारों आरोपियों को निर्दोष बता रहे हैं, बताया जा रहा है कि पंचायत में ये मांग उठी है कि एसआईटी जांच निष्पक्ष रूप से हो, यदि आरोपी दोषी हैं तो उन्हें सजा जरूर दी जाए, वहां लोगों का कहना है कि सच्चाई उजागर होनी चाहिए, कहा जा रहा है कि आरोपी परिवार को न्याय दिलाने के लिए सवर्ण समाज की ये कवायद है।
इस कदम से पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई हैं और पुलिस ने इलाके में चौकसी और बढ़ा दी है। वहीं हाथरस कांड में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है अब इस मामले में आरोपियों के साथ-साथ पीड़ित पक्ष का भी पॉलीग्राफ और नारको टेस्ट कराया जाएगा बताया जा रहा है कि एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिलने के बाद ये कदम उठाया गया है,सरकार सच्चाई जानने के लिए इस मामले में लाइ-डिटेक्टर टेस्ट कराएगी।
मुख्यमंत्री योगी एक्शन में आए नजर
इससे पहले हाथरस कांड को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन में नजर आए और उन्होंने हाथरस के एसपी विक्रांत वीर को उनके पद से निलंबित कर दिया है। एसपी के साथ साथ डीएसपी और इंस्पेक्टर को भी निलंबित किया गया था बताया जा रहा है कि एसपी और डीएसपी का नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा।वहीं योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बेटी बहनों की आबरू के साथ खिलवाड़ करने वालों का समूल नाश किया जाएगा। बेटियों के साथ अक्षम्य अपराध करने वालों के साथ किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
यूपी सरकार का मानना है कि बेटियों की अस्मत के साथ खिलवाड़ की इजाजत किसी को भी नहीं है। यूपी के सीएम ने किसी तरह की राजनीतिक बयानबाजी से विपक्ष को बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना को राजनीति के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।
मामले को लेकर कांग्रेस भी है हमलावर
इससे पहले हमलावर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने निशाना साधा था प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए न केवल योगी सरकार पर निशाना साधा बल्कि उनसे इस्तीफा भी मांगा। उन्होंवे कहा कि योगी जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो।