- दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है
- मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यहां अगले 5 दिनों तक ऐसे ही हालात रहने के अनुमान हैं
- यहां 11 दिसंबर को बारिश का अनुमान है, जो प्रदूषण से राहत दिला सकता है
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में एक बार फिर आबोहवा दमघोंटू हो गई है। यहां पिछले दिनों हुई बारिश से रहात मिली थी, लेकिन अब एक बार फिर यहां प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। मौसम विभाग के लिए अगले पांच दिनों में हवा की रफ्तार धीमी रहने के आसार हैं, जिसके कारण प्रदूषण की स्थिति कमोवेश इसी तरह के रहने के आसार हैं। बदलते हालात के बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने चेताया है।
सीपीसीबी के टास्क फोर्स ने गुरुवार को विभिन्न एजेंसियों को अलर्ट किया है और उनसे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है। सीपीसीबी के टास्क फोर्स ने दिल्ली-एनसीअआर में सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट करते हुए औद्योगिक इलाकों व प्रमुख स्थलों पर अपनी गतिविधियां तेज करने के लिए कहा है, ताकि प्रदूषण की गंभीर स्थिति से निपटा जा सके। साथ ही लोगों से भी अपील की गई है कि वे निजी वाहनों का कम से कम इस्तेमाल करें।
सीपीसीबी टास्क फोर्स की ओर से यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जबकि दिल्ली में गुरुवार शाम करीब 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 382 दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में यह 432, ग्रेटर नोएडा में 417 और नोएडा में 414 दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले पांच दिनों तक जहां हवा की रफ्तार धीमी रहने के अनुमान हैं, वहीं शुक्रवार से हवा चलने की दिशा उत्तर से उत्तर-पूर्व की तरफ रहेगी, जिससे प्रदूषण बढ़ सकता है। हवा की रफ्तार में बढ़ोतरी और बारिश से ही प्रदूषण की स्थिति से निजात मिलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 11 दिसंबर को बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है, जिसके बाद इससे राहत मिल सकती है।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि दिसंबर 2018 और जनवरी 2019 में भी यहां प्रदूषण के कमोवेश यही हाल थे और वही स्थिति इस बार भी रहने की संभावना है।