नई दिल्ली: अमित शाह (Amit Shah) का बंगाल दौरा (West Bengal visit) उस वक्त हो रहा है जब ममता के दुबारा सत्ता में आने के 1 साल पूरे हुए है। और इन 1 साल के दौरान करीब एक सौ से भी ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। और 2 मई 2021 को बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद टीएमसी (TMC) के सियासी हिंसा के बाद बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं को घर छोड़ कर भागना पड़ा था। बंगाल में कार्यकर्ताओं का मनोबल खासकर ग्रामीण इलाकों में काफी गिर गया है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं को बहुत मुश्किल हो रहा है ऐसे में अमित शाह के दौरे से कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश होगी । सिलीगुड़ी में 5 मई को अमित शाह एक सभा को भी संबोधित करेंगे। और और ये संदेश भी देंगे कि बंगाल के कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी पूरी तरह से खड़ी है।
अमित शाह 2024 चुनाव की तैयारी के लिए पार्टी को एक जुट करेंगे
दूसरी तरफ बंगाल बीजेपी 2021 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद अंतरकलह से जूझ रही है। मुकुल राय और बाबुल सुप्रियो के टीएमसी में शामिल होने के अलावा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल टीएमसी के कई नेताओं ने वापसी कर ली है। सुवेन्दु अधिकारी को विपक्ष के नेता बनने से भी बंगाल बीजेपी के पुराने नेताओ में नाराजगी भी है। ऐसे में अमित शाह 2024 चुनाव की तैयारी के लिए पार्टी को एक जुट करेंगे।
2024 चुनाव की रणनीति पर करेंगे चर्चा
6 मई को दिन में कोलकाता एयरपोर्ट पर अमित शाह का भव्य स्वागत किया जाएगा। उसके बाद वेस्टिन होटल में अमित शाह पहले बंगाल बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे फिर विधायको और सांसदों की बैठक लेकर बंगाल के हालात के साथ ही 2024 चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसके बाद अमित शाह संघ के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक कर जमीनी हकीकत के बारे में जानेंगे।
BSF के फ्लोटिंग एम्बुलेंस और बीओपी पर जवानों से भी मिलेंगे
बंगाल विधानसभा चुनाव भले ही बीजेपी हार गई हो लेकिन पार्टी को उम्मीद है कि 2024 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे और काम पर बंगाल में बीजेपी को बड़ा समर्थन मिलेगा। और इसकी कमान खुद अमित शाह ने अपने हाथ मे रखी है। राजनीतिक कार्यक्रम के अलावा गृहमंत्री अमित शाह बीएसएफ के फ्लोटिंग एम्बुलेंस और बीओपी पर जवानों से भी मिलेंगे।