- स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर एमएचए ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को परामर्श जारी किया है
- एमएचए ने लाल किले पर इस बार होने वाले कार्यक्रम के बारे में बताया है, सोशल डिस्टेंसिंग पर दिया है जोर
- हर साल अपना भाषण खत्म करने के बाद लाल किले के प्रांगण में मौजूद बच्चों से मिलते आए हैं पीएम मोदी
नई दिल्ली : इस बार लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कार्यक्रम का नजारा पहले की तरह नहीं होगा। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर केंद्र, राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को दिशा-निर्देश एवं परामर्श जारी किए हैं। अपने निर्देश में एमएचए ने सरकार के सभी विभागों, राज्यों, गवर्नर को समारोह में भीड़ एकत्र न करने एवं उत्सव के प्रसारण में तकनीक का इस्तेमाल करने पर जोर दिया है। सबसे बड़ा बदलाव लाल किले पर होने वाले समारोह में देखने को मिलेगा।
लाल किले पर समारोह के बारे में एमएचए ने बताया
लाल किले पर होने वाले समारोह के बारे में गृह मंत्रालय ने कहा है कि 'यहां सेना एवं दिल्ली पुलिस के जवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर पेश करेंगे। इसके बाद ध्वज फहराने का कार्यक्रम होगा। राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके बाद लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी भाषण देंगे। पीएम के इस भाषण के बाद एक बार फिर राष्ट्रगान होगा। समारोह का समापन रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़ने के साथ होगी। इसके बाद राष्ट्रपति भवन में 'एट होम' रिसेप्शन का आयोजन होगा।'
बच्चों से मिलते आए हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी अपना भाषण समाप्त करने के बाद और अपनी रवानगी से पहले लाल किले के प्रांगण में मौजूद स्कूली बच्चों से मिलते हैं। भाषण खत्म होने के बाद बच्चे पीएम का बेसब्री से इंतजार करते हैं हालांकि इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस समारोह में विदेशी प्रतिनिधि, मेहमान, तीन सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी, सत्ता और विपक्ष दोनों पक्ष के नेताओं की मौजूदगी होती है लेकिन कोविड-19 के खतरे को देखते हुए इस बार इस संख्या में कटौती देखने को मिल सकती है।
एमएचए ने तकनीक का इस्तेमाल करने पर दिया जोर
एमएचए ने समारोह में ज्यादा लोगों को बुलाने से परहेज करने के लिए कहा है। मंत्रालय ने अपने परामर्श में कहा है कि इन समारोहों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क पहनना, सफाई का ध्यान और कोविड-19 से जुड़े उसके एवं स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन होना चाहिए। एमएचए ने कहा है कि पूरे कार्यक्रम का आयोजन इस तरीके से होना चाहिए जिससे कि समारोह में ज्यादा लोग एकत्र न होने पाएं और समारोह के आयोजन में तकनीक का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल सुनिश्चित करना चाहिए।