तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
- राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए अमेरिका से भारत पहुंचा है विमान
- बोइंग-777 अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान एयर फोर्स वन की तरह खूबियां रखता है
- अत्याधुनिक तकनीक, सुरक्षित संचार व्यवस्था, मिसाइल डिफेंस प्रणाली से लैस है विमान
नई दिल्ली : राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्राओं के लिए अमेरिका से विशेष विमान बोइंग-777 गुरुवार को दिल्ली पहुंचा। इस विमान का निर्माण अमेरिकी कंपनी बोइंग ने किया है। इस एयरक्राफ्ट में अत्याधुनिक तकनीक, सुरक्षित संचार व्यवस्था, मिसाइल डिफेंस प्रणाली सहित कई ऐसी चीजें लगी हैं जो इसे खास बनाती हैं। इस विमान की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान एयर फोर्स वन से भी की जा रही है। यानि कि एयरफोर्स वन में जिस तरह की सुरक्षा प्रणाली लगी है कुछ वैसी ही सुविधाएं बोइंग-777 में भी हैं। आइए जानते हैं कि एयर इंडिया वन की खासियतों के बारे में-
- एयर इंडिया वन स्टेट ऑफ ऑर्ट मिसाइल डिफेंस सिस्टम जिसे (लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रेयर्ड काउंटरमेजर्स एवं सेल्फ-पोटेक्शन सूट) नाम से जाना जाता है, लैस होगा।
- इस विशेष एयरक्राफ्ट को एयर इंडिया के नहीं बल्कि भारतीय वायु सेना के पायलट्स उड़ाएंगे। पीएम मोदी इसके पहले बोइंग 747 से यात्रा करते आए हैं, इन विमानों को एयर इंडिया के पायलट उड़ाते हैं।
- बोइंग 747 जब अति विशिष्ट व्यक्तियों को नहीं ले जा रहा होता है तो उस समय वायु सेना इसका इस्तेमाल करती है। लेकिन बोइंग-777 केवल अति विशिष्ट व्यक्तियों की यात्रा के लिए इस्तेमाल होगा। बोइंग 777 का उपयोग राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और पीएम की यात्रा के लिए होगा।
- एयर इंडिया वन विमान इलेक्ट्रानिक जैमर्स, मिसाइल डिफेंस सिस्टम, सुरक्षित संचार तंत्र और आपात स्थितियों से निपटने के लिए तंत्र से लैस है।
- यह विमान आपात स्थिति या हमला होने पर जवाबी हमला कर सकता है। बोइंग 777 संदिग्ध रडार की फ्रीक्वेंसी को जाम कर सकता है और मिसाइलों का पता लगा सकता है।
- एयर इंडिया वन 900 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इस विमान को आने वाले दिनों में वायु सेना को सौंप दिया जाएगा।
- एयर इंडिया वन में कांफ्रेंस केबिन और ऑफिस की तरह सुविधाएं होंगी।
- यह विमान अपनी एक उड़ान में दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में पहुंच जाएगा। जरूरत पड़ने पर विमान में हवा में ईंधन भरा जा सकेगा।