पिछले साल की तरह इस बार भी होली का त्योहार ऐसे समय में आ रहा है जब एक बार फिर से कोरोना वायरस महामारी का खतरा बढ़ गया है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में एक बार फिर सवाल उठने लगा है कि क्या इस बार भी पहले की तरह होली का त्योहार फीका चला जाएगा?
कैसे मनाएं होली
कुछ लोगों में मन में ये भी सवाल आ सकता है कि होली में रंगों से खेलने से कोरोना का कितना खतरा है? 'आकाशवाणी समाचार' के अनुसार, एम्स भोपाल के निदेशक, डॉ. सरमन सिंह का कहना है कि इस बार लोगों से अपील करेंगे कि अपने घर में परिवार के साथ होली मनाएं। टोलियों में और दूसरों के घर जाकर इस बार होली न खेंले। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर होली में रंग लगाने में लोगों का हाथ, मुंह, आंख सभी संपर्क में आते हैं, इस बार इससे बचना होगा।
कोरोना के चलते होली के त्योहार को लेकर दुकानदारों में निराशा है। अमृतसर के एक दुकानदार ने बताया, 'पिछले साल भी इस वक्त कोरोना आ गया था और इस साल भी कोरोना है। जिसकी वजह से ग्राहक पूरी तरह से डर गया है। इस बार होली पर कोई काम नहीं है।'
जब उनसे सवाल किया गया कि बढ़ते हुए कोरोना केस को देखते हुए लोगों को क्या सलाह है? तो उनका जवाब था, 'कोरोना की चाहे दूसरी लहर आए या तीसरी वैक्सीनेशन के अलावा सिर्फ कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना है। मास्क, हाथ की सफाई और सुरक्षित दूरी रखें। जरूरी हो तभी बाहर जाएं, इनडोर रेस्टोरेंट, मॉल आदि में जाने से बचें।'
इन राज्यों ने बढ़ाई चिंता
देश में गुरुवार को कोविड-19 के 35,871 नए मामले दर्ज किए गए जो 100 से अधिक दिनों में एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,14,74,605 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस के 79.54% नए मामले महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से हैं।