मुंबई: पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत पर ईडी के छापे पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि जांच चल रही है। अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं? वह एक बड़े महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेता थे। जो ईडी से डरता है, उसे हमारी पार्टी में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी जांच की थी। अगर ईडी केंद्र सरकार के डर से काम करता है तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। ईडी अपना काम कर रही है। साथ ही शिंदे ने कहा कि राज्य कैबिनेट के गठन के लिए मंत्रालयों का आवंटन जल्द से जल्द तय किया जाएगा। हम डिप्टी सीएम के साथ मिलकर महाराष्ट्र के विकास पर काम कर रहे हैं।
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि राज्यपाल स्वयं कहते हैं कि अगर गुजराती और राजस्थानी महाराष्ट्र छोड़ देते हैं, तो हम वित्तीय राजधानी खो देंगे। उसके अनुसार, धनवान कौन हैं? और कौन (संजय राउत) छापेमारी का सामना कर रहा है? तो, इसके पीछे कौन है? बीजेपी।
एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि कई लोगों को ईडी का नोटिस मिला है। जांच एजेंसियां, चाहे वह ईडी हो, सीबीआई हो, आईटी हो या राज्य की एजेंसियां, ये सभी शिकायत मिलने पर जांच करती हैं। संजय राउत के मामले में यह बार-बार हो रहा है इसलिए इसके पीछे का सही कारण वही बता सकते हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना के नेता एवं सांसद संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर रविवार को छापा मारा। पूछताछ चल रही है। उन्होंने ईडी की कार्रवाई के कुछ ही देर बाद ट्वीट किया कि मैं दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की सौगंध खाता हूं कि मेरा किसी घोटाले से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने लिखा कि मैं मर जाऊंगा, लेकिन शिवसेना को नहीं छोडूंगा।