नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी इसको लेकर छात्रों और लोगों के बीच विरोध की लहर है और वो इसका विरोध अपने अपने तरीके से कर रहे हैं। वहीं AMUSU के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने इसको लेकर एक ऐसा बयान दिया जो आपत्तिजनक है।
फैजुल हसन ने बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रदशर्नकारियों को संबोधित करते हुए फैजुल हसन ये बयान दिया था।
AMUSU के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा है कि सब्र की अगर सीमा देखना चाहते हैं तो 1947 के बाद 2020 तक हिंदुस्तानी मुसलमानों के सब्र की सीमा देखिए। कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए वरना हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो छोड़ेंगे नहीं किसी देश को इतना गुस्सा है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ पुलिस ने फैजल के खिलाफ FIR दर्ज की है, पुलिस ने कहा कि इस बारे में वायरल हुए वीडियो को संज्ञान में लेकर ये प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं इस मामले में फैजल पर एफआईआर दर्ज होने के बाद उसकी भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
फैजुल हसन ने ये भी कहा था कि अमित शाह आएं और हमारे 12वीं क्लास के स्टूडेंट के साथ डिबेट करें। उम्मीद है वो जीत नहीं पाएंगे। वो पांच प्वाइंट भी दे दें तो मैं उनके साथ खड़ा हो जाऊंगा प्रोटेस्ट करूंगा CAA के पक्ष में।