नई दिल्ली : कोरोना की दूसरी लहर में भारत के संक्रमण के मामले रिकॉर्ड स्तर पर बढ़े हैं। पिछले चार दिनों में देश में संक्रमण के रोजाना तीन लाख से ऊपर केस आए हैं। संक्रमण के इस बढ़े स्तर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया भर के कुल संक्रमण में इसका हिस्सा 38 प्रतिशत हो गया है। महामारी के शुरू होने के बाद से संक्रमण के इस उच्चर स्तर पर पहुंचना वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक एक महीने पहले भारत के संक्रमण का यह आंकड़ा नौ प्रतिशत था।
कोरोना की दूसरी लहर ने मचाई तबाही
कोरोना की दूसरी लहर से भारत में हाहाकार मचा हुआ है। अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जगह कम पड़ रही है। मेडिकल ऑक्सीजन की कमी ने इलाज में मुश्किलें और खड़ी कर दी हैं। मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमण के 3,23,144 नए केस मिले जबकि इस दौरान 2,771 लोगों की मौत हुई। देश में संक्रमण की कुल संख्या बढ़कर 1,76,36,307 हो गई है और अब तक इस महामारी से 1,97,894 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, संक्रमण के आंकड़ों पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सवाल भी उठा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रही है, इसलिए ये आंकड़े कम हैं।
पॉजिटिविटी रेट में आया उछाल
अप्रैल दूसरे सप्ताह के बाद से देश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में काफी उछाल आया है। कई राज्यो में पॉजिटिविटी रेट बढ़ी है। सबसे ज्यादा उछाल दिल्ली में देखने को मिला है। राजधानी दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 35 फीसदी हो गई है। अभी देश में होने वाले पांच टेस्ट में से एक व्यक्ति पॉजिटिव मिल रहा है। एक सप्ताह पहले यह दर 1: 7 थी। यानि कि सात व्यक्तियों की जांच पर एक व्यक्ति पॉजिटिव मिलता था। देश में इस समय पॉजिटिविटी रेट 19 फीसदी से ज्यादा हो गई है।
दिल्ली, यूपी में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा
रिपोर्टों के मुताबिक करीब सात राज्य ऐसे हैं जिनकी टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (टीपीआर) 20 फीसदी से ज्यादा है। दिल्ली और छत्तीसगढ़ के एक सप्ताह की ओसत टीपीआर 30 प्रतिशत से अधिक है। बीत सप्ताह में जिन राज्यों के टीपीआर में ज्यादा वृद्धि हुई है उनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में टीपीआर में सुधार होता दिखा है।