- स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अगस्त के महीने में कोरोना रिकवरी रेट करीब करीब 100 फीसद
- देश में एक्टिव केस की संख्या 10 लाख से भी कम, टोटल केस का सिर्फ पांचवां हिस्सा
- कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र और राज्य सरकारों में बेहतर समन्वय
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक स्तर पर लड़ाई जारी है। एक तरफ जान की फिक्र तो दूसरी तरफ जहां में आर्थिक गतिविधियां सुचारू तौर पर चलती रहे उस पर खास ध्यान दिया जा रहा है। भारत में अनलॉक पांच के बारे में गाइललाइंस आने की संभावना है उन सबके बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जो आंकड़े दिए गए हैं वो उम्मीद जगाते हैं। भारत सरकार के मुताबिक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हर तंत्र पूरी तरह से अपनी जिम्मेदारी उठा रहा है। यह बात सच है कि कोरोना वैक्सीन के आने तक हम सबको दो गज की दूरी और मॉस्क का इस्तेमाल करना होगा।
अगस्त महीने में शानदार रिकवरी रेट
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अगस्त के महीने में करीब करीब 100 फीसद रिकवरी रेट थी। भारत में 50 लाख से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं इसके अलावा देश में एक्टिव केस की संख्या 10 लाख से भी कम है जो पूरे मामलों का पांचवां हिस्सा है। मंत्रालय का यह भी कहना है कि कोरोना के खिलाफ जंग एक सतत प्रक्रिया है इसे समग्र तौर पर देखने की जरूरत है। दुनिया के दूसरे देशों से तुलना करें तो एक बात साफ है कि भारत में रिकवरी रेट शानदार है।
लॉकडाउन पर स्वास्थ्य मंत्री का यह है बयान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से जब सवाल पूछा गया कि क्या आप मानते है कि लॉकडाउन से किसी तरह का फायदा मिला। इसके साथ यह भी सवाल किया गया कि अब जब मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं को सरकार अनलॉक की तरफ बढ़ गई है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दरअसल इस विषय को लेकर बहुत से लोगों में भ्रम है। जिस वक्त लॉकडाउन लागू किया वो उस समय की मांग थी। जिस तरह से पूरी दुनिया इस वायरस से अनभिज्ञ थी ठीक वैसी ही दिक्कत हम लोगों के सामने भी थी। उस समय और आवाश्यक तैयारियां करनी थीं।