- देश के श्रेष्ठ 10 पुलिस स्टेशनों की हुई घोषणा
- केंद्र सरकार द्वारा घोषित इस सूची में दिल्ली, मुंबई का एक भी थाना शामिल नहीं
नई दिल्ली: देशभर में सबसे बेस्ट पुलिस स्टेशन कौन से हैं, इसकी एक लिस्ट गुरुवार सुबह सरकार द्वारा जारी कर दी गई है। इसमें टॉप 10 पुलिस स्टेशन शामिल हैं। गौर करने वाली बात ये है कि इसमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का एक भी पुलिस थाना शामिल नहीं है। वहीं मणिपुर का थोबुल जिले का नोंगपोकसेकमई इस थाना नंबर वन पर मौजूद है। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु तथा तीसरे नंबर पर अरुणाचल प्रदेश शामिल है। मणिपुर के विधायक थोकचोम राधेश्याम ने इस सूची में थौबल थाने के पहले स्थान हासिल करने पर कहा, 'एक पूर्व पुलिस कर्मचारी के रूप में, मैं थोंगबल जिले के नोंगपोक सेमकई पुलिस स्टेशन की पूरी टीम को बधाई देता हूं, जिसे भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा देश का सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन घोषित किया गया है।'
रैंक |
राज्य |
जिला |
पुलिस स्टेशन |
1 |
मणिपुर |
थौबल |
नोंगपोक सेमकई |
2 |
तमिलनाडु |
सालेम सिटी |
एडब्ल्यूपीएस सुरमंगलम |
3 |
अरुणाचल प्रदेश |
चांगलांग |
खरसांग |
4 |
छत्तीसगढ़ |
सुरजापुर |
झिलमिल (भैया थाना) |
5 |
गोवा |
दक्षिण गोवा |
संगुएम |
6 |
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह |
उत्तर और मध्य अंडमान |
कालिघाट |
7 |
सिक्किम |
पूर्वी जिला |
पॉकयोंग |
8 |
उत्तर प्रदेश |
मुरादाबाद |
कांठ |
9 |
दादरा और नागर हवेली |
दादरा और नागर हवेली |
खानवेल |
10 |
तेलंगाना |
करीमनगर |
जम्मीकुंटा टाउन पीएस |
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में गुजरात के कच्छ में डीजीपी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए निर्देश दिया था कि थानों की ग्रेडिंग के लिए प्राप्त जानकारी के आधार पर उनके कार्य प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए मानक निर्धारित किए जाने चाहिए। उद्देश्य डाटा विश्लेषण, सीधी परख और लोगों से मिली जानकारी के माध्यम से 16,671 थानों में से 10 शीर्ष पुलिस थानों की रैंकिंग करना था। रैंकिंग प्रक्रिया प्रत्येक राज्य में श्रेष्ठ कार्य प्रदर्शन करने वाले थानों की संक्षिप्त सूची तैयार करने से हुई। ये सूची थानों द्वारा निम्नलिखित अपराधों के समाधान के आधार पर बनाई गई:
- सम्पत्ति अपराध
- महिलाओं के विरूद्ध अपराध
- कमजोर वर्गों के विरूद्ध अपराध
प्रारंभ में प्रत्येक राज्य से चयनित थानों की संख्या इस प्रकार रही:
- 750 थानों में से प्रत्येक राज्य से तीन थाने
- अन्य राज्यों तथा दिल्ली से दो थाने
- प्रत्येक केन्द्रशासित प्रदेश से एक थाना
रैंकिंग प्रक्रिया के अगले चरण के लिए 75 थानों को चुना गया।
यह रैंकिंग पुलिस के कामकाज की जानकारी देती है और आंतरिक सुरक्षा के व्यापक संदर्भ में सार्वजनिक नीति बनाने में मूल्यवान इनपुट प्रदान करती है। इस वर्ष के सर्वेक्षण में सभी राज्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।