लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में जारी डिफेंस एक्सपो 2020 में ऐसे कई हथियार देखने को मिल रहे हैं जो भविष्य में भारतीय सेनाओं की क्षमताओं को कई गुना बढ़ा देंगे और रक्षा संबंधी कई कामों को आसान कर देंगे। इसका एक उदाहरण है UXOR- एक ऐसा रोबोट जिसको चलाने वाला 2 किलोमीटर की दूरी पर होने पर भी यह अपने मिशन को अंजाम दे सकेगा और इस रोबोट का मिशन होगा सुरक्षा बलों या सैन्य संपत्ति को दुश्मन के विस्फोटकों से बचाना। रोबोट को स्वदेशी तौर पर भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित किया जा रहा है।
डीआरडीओ UXOR नाम के एक रोबोट पर काम कर रहा है जिसका पूरा नाम है- 'अनएक्सप्लोडेड ऑर्डनेंस हैंडिंग रोबोट'। हिंदी में इसका मतलब हुआ- एक ऐसा रोबोट जो उन बमों को संभालेगा जो विस्फोट नहीं हुए हैं। इसके परीक्षण चल रहे हैं और जल्द भारतीय वायुसेना के इस नई तकनीक को खरीदने की संभावना है।
ऐसे होगा इस्तेमाल: आपके मन में सवाल ये आ सकता है कि भारतीय वायुसेना इसका इस्तेमाल कैसे करेगी? तो आपको बता दें कि कई बार लड़ाई के दौरान दुश्मन देश उन हवाई पट्टियों या रनवे को तबाह करने की कोशिश करता है जिनसे उड़ान भरके हमारे देश के लड़ाकू विमान उन पर हमला कर सकते हैं। इसके अलावा विरोधी देश अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाने की कोशिश कर सकता है। ऐसे में कई बार दुश्मन की ओर से गिराए गए कुछ बम किसी कारण से नहीं फटते हैं और फिर उन्हें नाकाम करने की जरूरत होती है।
यहीं पर इस खास रोबोट का काम शुरु होगा। रोबोट को 2 किलोमीटर दूर से नियंत्रित करते हुए इसका संचालक इसे बम के पास ले जाएगा और विस्फोटक को डिफ्यूज कर देगा। यह काम करने के लिए रोबोट में खास हाथ मौजूद होंगे और इसमें आधुनिक सेंसर व उच्च गुणवत्ता के कैमरे भी मौजूद होंगे।
कई बार अपने ही देश के अस्त्र भंडार में मौजूद बम पुराने हो जाने के बाद, उन्हें नाकाम करने की जरूरत होती है। ऐसा करने के दौरान भी खतरा बना रहता है। फिलहाल इस काम को हाथ से करना पड़ता है जिसमें जान जाने का डर होता है लेकिन इस रोबोट के आने के बाद ऐसा करना सुरक्षित हो जाएगा। वीडियो में देखें मशीन की एक झलक।
अपनी तरह का दुनिया का पहला रोबोट: खास बात ये है कि भारत में तैयार किए गया यह रोबोट दुनिया में अपनी तरह का पहला रोबोट है। इससे पहले किसी भी देश ने ऐसा रोबोट विकसित नहीं किया है। अन्य देश रिमोट से चलाए जाने वाली मशीनों का इस्तेमाल विस्फोटकों से निपटने के लिए करते हैं लेकिन UXOR आधुनिक तकनीक के साथ ऑटोमैटिक तकनीक, कम्प्यूटर से लैस और इंटीग्रेटिड रूप से काम करने वाला दुनिया का पहला रोबोट होगा।
जल्द खरीदेगी वायुसेना: भारतीय वायुसेना परीक्षण पूरे होने के बाद इन रोबोट को सीमित संख्या में खरीदेगी हालांकि बाद में इसे ज्यादा संख्या में खरीदने की योजना है।