नई दिल्ली : बाध अधिकारों से जुड़ी संस्था ने देश में ऑनलाइन गेम पबजी को दोबारा शुरू करने के पक्ष में नहीं है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कहा है कि ऑन लाइन गेम्स के लिए देश में जब तक कानून नहीं बन जाता तब तक पबजी को दोबारा शुरू करना उचित नहीं होगा। एनसीपीसीआर के प्रमुख प्रियंका कानूनगो ने कहा कि बैठक के दौरान इस बात का जिक्र हुआ कि इस गेम से देश में कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। प्रियंका ने कहा कि आयोग की यह एक आंतरिक बैठक थी और प्रथम दृष्टया एनसीपीसीआर फिलहाल इस तरह के ऑनलाइन गेम को शुरू करने के पक्ष में नहीं है।
ऑन लाइन गेम पबजी चीन के उन 118 एप में शामिल हैं जिन पर सरकार ने गत सितंबर में बैन लगाया। सरकार का कहना है कि ये सभी एप भारत की संप्रभुता एवं सुरक्षा को खतरे में डालने वाले हैं।