- डब्ल्यूएचओ चीफ बोले भारत की कोविड-19 स्थिति चिंतित कर रही है
- उन्होंने कहा महामारी का दूसरा साल दुनिया के लिए पहले साल के मुकाबले अधिक घातक होगा
- डब्ल्यूएचओ कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने में भारत की मदद कर रहा है
संयुक्त राष्ट्र: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने कहा कि भारत की कोविड-19 स्थिति (India's Covid Situation) चिंतित कर रही है जहां कई राज्यों में संक्रमण के चिंतित करने वाली संख्या में मामले आ रहे हैं, अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि महामारी का दूसरा साल दुनिया के लिए पहले साल के मुकाबले अधिक घातक होगा।
घेब्रेयियस ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने में भारत की मदद कर रहा है और हजारों की संख्या में ऑक्सीजन सांद्रक, अस्थायी एवं चल अस्पतालों के लिए टेंट, मास्क और अन्य चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति कर रहा है।विश्व निकाय के महानिदेशक ने दैनिक मीडिया संवाद में कहा, 'भारत की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, कई राज्यों में चिंतित करने के स्तर तक मामले, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या और मौतें बढ़ रही हैं।'
उन्होंने कहा, 'हम सभी साझेदारों को धन्यवाद देते हैं जो भारत की मदद कर रहे हैं।' घेब्रेयियस ने कहा भारत की कोविड-19 स्थिति चिंतित कर रही है जहां कई राज्यों में संक्रमण के चिंतित करने वाली संख्या में मामले आ रहे हैं, अस्पतालों में लोग भर्ती हो रहे हैं और मौतें हो रही हैं।
हालांकि भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी देखने को मिल रही है, शुक्रवार को देश में कोरोना संक्रमण के 3,36,332 नए मामले सामने आए वहीं मरने वालों की संख्या 3883 रही।
कोरोना की दूसरी लहर से मुकाबले के लिए युद्धस्तर पर हो रहा काम
कोविड-19 महामारी को एक अदृश्य दुश्मन करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार इस महामारी की दूसरी लहर से मुकाबले के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि देश इस लड़ाई में विजय हासिल करेगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत आर्थिक लाभ की आठवीं किस्त जारी करने के बाद वीडियो कांफ्रेंस से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे मोदी ने टीके को कोरोना से बचाव का बहुत बड़ा माध्यम बताते हुए कहा कि देश भर में टीकों की 18 करोड़ से अधिक खुराक लोगों को दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा, ' 100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक बहुत अदृश्य दुश्मन है और यह दुश्मन बहुरूपिया भी है। इसके कारण हम अपने बहुत से करीबियों को खो चुके हैं।' प्रधानमंत्री ने कहा, ' कोरोना की दूसरी लहर से मुकाबले में संसाधनों से जुड़े जो भी गतिरोध थे उन्हें तेजी से दूर किया जा रहा है और युद्धस्तर पर काम करने का प्रयास हो रहा है।'