रांची एयरपोर्ट पर इंडिगो ने 7 मई को एक दिव्यांग बच्चे को उसके माता-पिता के साथ फ्लाइट में नहीं जाने दिया। इंडिगो के स्टाफ के कारण बच्चा नहीं जा पाया। बच्चे के माता पिता ने कहा कि उसने कई बार उड़ान भरी है। बाद में आज सुबह बच्चे को जाने दिया गया। इंडिगो के स्टाफ के कारण परिवार को काफी परेशानी हुई।
वहीं एयरलाइंस ने एक बयान में कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए 7 मई को एक दिव्यांग बच्चा अपने परिवार के साथ फ्लाइट में नहीं जा सका, क्योंकि वह दहशत की स्थिति में था। ग्राउंड स्टाफ ने अंतिम समय तक उसके शांत होने का इंतजार किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एयरलाइन ने उन्हें होटल में ठहरने की सुविधा प्रदान करके परिवार को सहज कर दिया। परिवार ने आज सुबह अपने गंतव्य के लिए उड़ान भरी। इंडिगो एक समावेशी संगठन होने पर गर्व करता है, चाहे वह कर्मचारियों के लिए हो या ग्राहकों के लिए; और हर महीने 75 हजार से अधिक दिव्यांग यात्री इंडिगो के साथ उड़ान भरते हैं।