आज एक तरफ ED का बड़ा एक्शन हुआ दूसरी तरफ कांग्रेस दफ्तर में बड़ी मीटिंग हुई । इस मीटिंग में मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, सलमान खुर्शीद, पी. चिदंबरम जैसे बड़े नेता शामिल रहे ।इस पूरे मसले पर कांग्रेस ने अब से थोड़ी देर पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस की । और कहा कि दरअसल, 5 अगस्त को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन को दबाने के लिए ये कार्रवाई की गई है ।
सवाल ये है कि ED ने यंग इंडियन के दफ्तर को सील क्यों किया ? दरअसल ये सब कुछ मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत की है । और मामला नेशनल हेराल्ड केस का है । कल इस सिलसिले में ED की टीम ने नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर छापे मारे थे । और आज ये एक्शन इसलिए हुआ कि पेपर्स के साथ कोई हेराफेरी नहीं की जा सके । अब आपको बताते हैं कि नेशनल हेराल्ड केस क्या है ?
दरअसल, नेशनल हेराल्ड की स्थापना 1938 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने की थी
इसका मकसद, आजादी की जंग में भारत और कांग्रेस का पक्ष रखना था
नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक AJL यानी ASSOCIATED JOURNALS LTD नाम की कंपनी के पास था
आजादी के बाद ये कांग्रेस का मुखपत्र बना
AJL अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करता था
आजादी के बाद AJL नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन बना
2008 तक AJL के सभी प्रकाशन बंद हो गए
2010 में यंग इंडियन लिमिटेड की स्थापना हुई
यंग इंडियन में सोनिया-राहुल की 76 फीसदी हिस्सेदारी थी
कांग्रेस ने AJL के 90 करोड़ के लोन को YIL यानी यंग इंडियन लिमिटेड में ट्रांसफर किया
YIL पर AJL की संपत्ति हड़पने का आरोप लगा
इसी को लेकर पिछले दिनों सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ED ने कई राउंड पूछताछ की । सोनिया गांधी से ED ने 21 जुलाई को 2 घंटे, 26 जुलाई को 6 घंटे और 27 जुलाई को 3 घंटे पूछताछ की । 3 दिनों में सोनिया गांधी से लगभग 11 घंटे की पूछताछ की गई इससे पहले राहुल गांधी से 13, 14, 15, 20 और 21 जून को पूछताछ हुई । 5 दिन में ED ने राहुल से 50 घंटे पूछताछ की।
तो आज सवाल पब्लिक का ये है कि--
सवाल नंबर 1
क्या नेशनल हेराल्ड केस में अब फाइनल एक्शन होने वाला है ?
सवाल नंबर 2
हेराल्ड केस में यंग इंडियन का दफ्तर सील करने की वजह क्या है ?
सवाल नंबर 3
क्या सरकार ने विपक्ष से आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रही है ?