- जम्मू-कश्मीर जिला विकास परिषद के चुनावी नतीजों से उमर अब्दुल्ला गदगद
- उमर बोले- 2 अगस्त 2019 को कश्मीर के जनमानस से विश्वासघात का नतीजा है गुपकार
- डीडीसी के नतीजे साफ है कि कश्मीरी जनता का 370 पर रुख क्या है
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर जिला विकास परिषद की 280 सीटों के लिए मतगणना जारी है, नतीजों और रुझान के बाद गुपकार की बढ़त बरकरार है। लेकिन इसके साथ बीजेपी भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। जम्मू रीजन में जहां बीजेपी की बढ़त बरकरार है वहीं कश्मीर घाटी में गुपकार गठबंधन से जुड़े दल बेहतर कर रहे हैं, खासतौर पर नेशनल कांफ्रेस का प्रदर्शन बेहतर है। अगर बात कश्मीर घाटी की करें तो बीजेपी चार सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ 2 सीटों पर आगे है। नेशनल कांफ्रेंस की कामयाबी पर उमर अब्दुल्ला ने फिर अनुच्छेद 370 के राग को छेड़ा है।
उमर ने फिर अलापा 370 वापसी का राग
मैं समझता हूं कि घाटी में भाजपा ने जिन 3 सीटों पर जीत हासिल की है वो उनके लिए बेहतर प्रदर्शन हैं लेकिन जम्मू रीजन में हमने जो कामयाबी हासिल की है क्या वो कामयाबी नहीं है। बड़ी बात यह है कि हम ऐसे राजनीतिक दल हैं जो कश्मीर और जम्मू दोनों में मजबूत समर्थन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि डीडीसी चुनाव परिणाम उत्साहजनक हैं। उन्होंने कहा कि परिणाम लोगों का स्पष्ट संदेश है कि वे Article370 पर भाजपा द्वारा किए गए परिवर्तनों को स्वीकार नहीं करते हैं।
बीजेपी ने अनुच्छेद 370 को बनाया प्रतिष्ठा का मुद्दा
जम्मू-कश्मीर में डीडीसी चुनावों में जो रुझान सामने आए हैं, उनके लिए बहुत उत्साहजनक हैभाजपा ने इस चुनाव को आर्ट 370 & J & K के विशेष दर्जे के बारे में एक प्रतिष्ठा का मुद्दा बना दिया था। लोग अब बोल चुके हैं और यह उन लोगों के लिए है जो इन आवाजों पर ध्यान देने के लिए लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।
कश्मीर के लोगों से विश्वासघात का नतीजा है गुपकार
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को J & K के लोगों के विश्वासघात से उभरने वाला एक गठबंधन है। हमने हर बाधा का सामना किया है - अवैध प्रतिबंध, एजेंसी की धमकी और दबाव, हमारे उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए बंद कर दिया गया था और इन सबके बीच हम विजयी हो रहे हैं ।