नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए सरकार ने 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसे बढ़ाने की चर्चा हो रही है। इस बीच कई राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि 30 मार्च तक बढ़ा दी है। देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा जाए या नहीं, इस पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इसमें तकरीबन 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया, जिस पर पीएम मोदी ने राज्यों को पूरी तरह सहयोग देने का वादा किया।
'जान है तो जहान है'
प्रधानमंत्री ने इस दौरान अपनी ही पुरानी बात 'जान है तो जहान है' में थोड़ा बदलाव किया। इस बार उन्होंने 'जान भी और जहान भी' की बात की, जिसका अर्थ है कि सरकार का फोकस कोरोना के संक्रमण पर काबू पाने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर भी है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले हमारा मंत्र 'जान है तो जहान है' था, लेकिन अब 'जान भी और जहान भी' है।
'जान भी और जहान भी'
उन्होंने कहा, 'जब मैंने राष्ट्र को संबोधित किया था, मैंने कहा था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग बेहद अहम है। अधिकतर लोगों ने इसे समझा और घर में ही रहे। 'जान भी और जहान भी' भविष्य है, जहां लोग दोनों पहलुओं की परवाह करते हैं, वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं और सरकार के दिशानिर्देशों का भी पालन करते हैं- यह देश की समृद्धि और स्वस्थ भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।'
'आगामी 3-4 सप्ताह महत्वपूर्ण'
प्रधानमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अब तक उठाए गए कदमों के असर को समझने के लिए अगले तीन चार सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में आरोग्य सेतु एप एक आवश्यक साधन बन गया है और यह यात्रा के लिए ई-पास के तौर पर काम कर सकता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों और पूर्वोत्त भारत तथा कश्मीर के छात्रों के साथ बदसलूकी की घटनाओं की निंदा की तो देश में आवश्यक दवाओं की आपूर्ति का आश्वासन भी दिया। पीएम ने कालाबाजारी व जमाखोरी करने वालों को भी कड़ी चेतावनी दी।