- देश के 1.28 लाख से ज्यादा गांव ऐसे हैं, जहां पर हर घर में नल से पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो गई है।
- गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, पुडुचेरी और हरियाणा में 100 फीसदी ग्रामीण घरों में पहुंचा नल से पानी।
- सबसे कम प्रगति उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान में हुई है।
नई दिल्ली: देश के हर घर को नल से पानी (Tap Water) मिले, इसके लिए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई हर घर जल योजना से 5.5 करोड़ नए घरों तक Tap Water पहुंच गया है। इसके तहत गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, पुडुचेरी और हरियाणा राज्य में 100 फीसदी ग्रामीण घरों में Tap Water की पहुंच है। योजना की पहुंच और गरीब तबके को मिलने वाले लाभ को देखते हुए, यह योजना भी पीएम-आवास, उज्जवला जैसी योजनाओं की तरह बड़ी गेमचेंजर साबित हो सकती है।
45 फीसदी घरों तक पहुंचा नल से पानी
जल शक्ति मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार अब तक (23 दिसंबर) देश के 8.69 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण घरों में Tap Water पहुंच गया है। जो कि पूरे देश का 45 फीसदी है। देश के गांवों में कुल 19 करोड़ से ज्यादा घर हैं। इसमें से जल जीवन मिशन के तहत 5.45 करोड़ घरों में Tap Water पहुंचा है। जबकि 3.23 करोड़ घरों में पहले से Tap Water मौजूद था। अब तक देश के 1.28 लाख से ज्यादा गांव हैं, जहां पर हर ग्रामीण घर में नल से पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो गई है।
ये राज्य फिसड्डी
योजना के तहत सबसे कम प्रगति उत्तर प्रदेश, छत्तीगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान में हुई है। यूपी में जहां अभी तक केवल 13.11 फीसदी घरों में Tap Water पहुंचा है। वहीं छत्तीसगढ़ में 15.46 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 16.57 फीसदी, झारखंड में 16.29 फीसदी और राजस्थान में 21.60 फीसदी घरों तक नल से पानी पहुंचा है। सरकार का लक्ष्य है कि 2024 तक देश के हर घर में नल से पानी की आपूर्ति की जाय।
स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्रों पर फोकस
योजना के तहत अब तक 8.33 लाख (81.33 फीसदी) स्कूलों और 8.76 लाख (78.48 फीसदी) आंगनवाड़ी केंद्रों के परिसरों में नल का पानी उपलब्ध कराया जा चुका है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, दादरा नगर हवेली, और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, पंजाब, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तराखंड के सभी स्कूलों में नल के जल से आपू्र्ति हो रही है।
साबित हो सकती है गेमचेंजर
मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला जिस तरह से गेमचेंजर साबित हुई है। वैसा ही इस स्कीम के जरिए भी हो सकता है। क्योंकि देश में पानी की पहुंच एक बड़ी समस्या है। अगर नल के पानी से लोगों को स्वच्छ जल की आपू्र्ति हो जाती है और देश के 100 फीसदी घरों में यह पहुंच जाती है। तो यह 2024 में मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है। क्योंकि योजना शुरू (2019) होने के पहले देश के केवल 17 फीसदी में ही नल से जल की आपूर्ति होती थी।