- उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा मामले में जामिया का छात्र गिरफ्तार
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने की गिरफ्तारी, पीएचडी कर रहा है आरोपी छात्र
- मीरान हैदर पर आरोप है कि उसने दिल्ली दंगों की साजिश रची थी
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के आरोप में पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के एक छात्र मीरान हैदर को अरेस्ट कर लिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा यह गिरफ्तारी की गई है। आरोपी मीरान जामिया से पीएचड़ी कर रहा है। खबरों की मानें तो मीरान लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी की यूथ विंग दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष भी है। आपको बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल भी हुई थे।
पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हैदर को अपने लोधी कॉलोनी स्थित कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया था। और बाद में उसे हिरास में ले लिया। वहीं हैदर के करीबी का दावा है कि 10 वर्दीधारी लोगों ने स्थानीय लोगों से उसके बारे में पूछताछ कि और बाद में उसे हिरासत में ले लिया है।
जेसीसी ने की मांग
हैदर की गिरफ्तारी पर जेसीसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'ऐसे समय में जब देश बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी मशीनरी व्यस्त है और असंतोष की आवाजों को दबाने के लिए छात्रों को झूठे मामलों में परेशान कर रही है। लॉकडाउन के बाद से पिछले कुछ दिनों में, हमारे दोस्त मीरान जरूरतमंदों को राशन प्रदान करने के लिए पूरी लगन काम कर रहे थे। जेसीसी की मांग है कि हैदर तुरंत रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ सभी आरोप बेबुनियाद हैं।'
फरवरी में हुई थी दिल्ली हिंसा
दिल्ली हिंसा में साजिश को लेकर मीरान के अलावा कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है। आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के ब्रह्मपुरी, जाफराबाद, यमुना विहार, भजनपुरा, चांदबाग, गोकुलपुरी सहित 24-25 फरवरी को जबरदस्त हिंसा भड़की थी और इसमें एक पुलिसकर्मी रतनलाल की भी मौत हो गई थी जबकि सैंकड़ों लोग घायल हो गए थे। हिंसक भीड़ ने आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा की भी बेरहम तरीके से हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने बाद में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन को अरेस्ट भी कर लिया था जो फिलहाल जेल में बंद है। ताहिर पर हिंसा की साजिश रचने और लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप है।