नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया है। इस एनकाउंटर में हिज्बुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को खत्म कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद डोडा शहर से 26 किलोमीटर दूर गुंडाना इलाके में पोस्ता-पोत्रा गांव में एक संयुक्त अभियान चलाया। इसके बाद दोनों ओर से मुठभेड़ शुरू हो गई जो अभी तक चल रही है।
अधिकारियों ने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिसमें सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त दलों ने एक मकान में दो संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद शनिवार रात को अभियान चलाया।
जम्मू आईजीपी मुकेश सिंह ने बताया, 'कल रात हमें डोडा में आतंकवादी ताहिर अहमद भट की उपस्थिति के बारे में जानकारी मिली। हम जनवरी 2020 से इस आतंकवादी की तलाश में थे जब हमने हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी हारून की हत्या कर दी। हारून के बाद, भट यहां आतंकी गतिविधियों को नियंत्रित कर रहा था। हमने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया। गांव को घेरा गया। आतंकवादियों ने एक घर से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। 5 घंटे तक मुठभेड़ जारी रही और मुठभेड़ के दौरान ताहिर अहमद भट मारा गया। हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए।'
उन्होंने कहा, 'हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी ताहिर अहमद भट की हत्या सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है और डोडा को अब वहां मौजूद किसी भी आतंकवादी से मुक्त करार दिया जा सकता है।'
डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर हारून अब्बास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस महीने की शुरुआत में जिले में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था तथा उनके पास से कुछ हथियार एवं गोला बारुद भी बरामद किए गए थे।