जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर जम्मू-कश्मीर में बंटवारे की सियास करने का आरोप लगया है। महबूबा ने कहा कि सरकार ऐसे निर्णय कर रही है, जिससे मुस्लिम बहुल इलाकों से मुसलमानों को बाहर किया जा सके। बता दें कि एक साल से ज्यादा नजरबंदी में रहने वाली पूर्व सीएम ने हाल ही में कश्मीर में आतंकवाद के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि महबूबा ने कहा कि युवाओं के लिए नौकरी नहीं है। वे जेल जाने से अच्छा हथियार उठाना पसंद करते हैं।
'सरकार डेमोग्राफी बदलने की साजिश कर रही'
जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव होने जा रहे हैं। राज्य में अगले कुछ दिनों में मतदान कराया होना है। चुनावों में महबूबा पीपल्स अलायंस फॉर गुप्कार के घटक दल के रूप में चुनाव लड़ रही हैं, जिसका बीजेपी से मुकाबला। मतदान से पहले महबूबा ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ऐसी साजिश कर रही है, जिससे कि जम्मू-कश्मीर की डेमोग्राफी बदल दी जाए। महबूबा ने आरोप लगाया कि केंद्र जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच बंटवारे की राजनीति कर रहा है। केंद्र की नीति है कि किसी प्रकार यहां के मुस्लिम बहुल इलाकों से मुसलमानों को बाहर कर दिया जाए।
मुफ्ती ने पात्रा के बयान के बाद हमला बोला
महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार पर यह तीखा हमला बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के गुप्कार गठबंधन पर दिए गए बयान के कुछं घंटों बाद किया। पात्रा ने कहा था, 'यह गुप्कार गठबंधन बिल्कुल वही चाहता है जो पाकिस्तान और भारत विरोधी देश चाहते हैं। पाकिस्तान हर मंच पर धारा 370 को हटाने के खिलाफ गुहार लगा चुका है। गुप्कार गठबंधन भी यही कहता है।' गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रीय दलों ने संगठन गुप्कार गठबंधन बनाया है जिसका मकसद अनुच्छेद 370 और 35ए की वापसी है। इस गठबंधन का नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीएम, सीपीआई, और जेएंडके पीपुल्स मूवमेंट का हिस्सा हैं।