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Farmer's Protest: बसों में बैठकर जंतर-मंतर पहुंचे किसान, लगाएंगे अपनी 'किसान संसद', सुरक्षा के भारी इंतजाम

Updated Jul 22, 2021 | 12:26 IST

Jantar Mantar: दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं से लिखित में आश्वासन लिया है कि जंतर-मंतर पर उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा। यहां पर 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी नहीं होंगे। किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
जंतर मंतर पर प्रदर्शनकारी किसान लगाएंगे 'किसान संसद'।
मुख्य बातें
  • जंतर मंतर पर 200 किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन की दिल्ली पुलिस ने दी है इजाजत
  • किसानों का यह प्रदर्शन रोजाना दिन के 11 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलेगा
  • दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन का लिखित में आश्वासन लिया है

नई दिल्ली : सिंघू और टिकरी बॉर्डर से किसान बसों में बैठकर जंतर-मंतर पहुंचे हैं। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान यहां अपनी 'किसान संसद' लगाएंगे। किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए जंतर-मंतर पर सुरक्षा का भारी बंदोबस्त किया गया है। किसानों का यह धरना रोजाना सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चलेगा। दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं से लिखित आश्वासन लेने के बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति दी है। धरने में रोजाना 200 किसान शामिल होंगे। 

इससे पहले 11 बजे से किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हुए जंतर-मंतर पर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं।  

हमारा अगला पड़ाव यूपी होगा-किसान नेता
सिंघू बॉर्डर पर किसान नेता प्रेम सिंह भंगू ने कहा कि उनका अगला पड़ाव भाजपा के गढ़ उत्तर प्रदेश में होगा। किसान नेता ने कहा कि उनका यूपी मिशन पांच सितंबर से शुरू होगा। उन्होंने कहा, 'हम भाजपा को अलग-थलग करेंगे। तीन कृषि कानूनों को खत्म करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। हम बातचीत के लिए तैयार हैं।' 

सिंघू बॉर्डर के लिए रवाना हुए राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत सिंघू बॉर्डर के लिए रवाना हो गए हैं। रवाना होने से पहले राकेश टिकैत ने कहा, 'मैं और आठ अन्य प्रदर्शनकारी किसान सिंघू बॉर्डर जाएंगे। इसके बाद हम जंतर-मंतर के लिए रवाना होंगे। जंतर मंतर पर हम 'किसान संसद' लगाएंगे। हम यहां से संसद की कार्यवाही पर नजर रखेंगे।'

दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं से कहा है कि जंतर-मंतर पर 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी नहीं होने चाहिए। किसान नेताओं से लिखित में आश्वासन मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत दी है। 

प्रदर्शनकारी संसद भवन नहीं जाएंगे
मंगलवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, एक किसान यूनियन के नेता ने कहा कि वे कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे और कोई भी प्रदर्शनकारी संसद नहीं जाएगा। किसान यूनियन के नेता ने कहा था, ‘हम 22 जुलाई से मॉनसून सत्र समाप्त होने तक 'किसान संसद' आयोजित करेंगे और 200 प्रदर्शनकारी हर दिन जंतर-मंतर जाएंगे। प्रत्येक दिन एक स्पीकर और एक डिप्टी स्पीकर चुना जाएगा।’ नेता ने कहा था, ‘पहले दो दिनों में एपीएमसी अधिनियम पर चर्चा होगी। बाद में अन्य विधेयकों पर भी हर दो दिन में चर्चा होगी।’

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