नई दिल्ली : देश के जाने-माने समाजशास्त्री योगेंद्र सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 87 साल के थे। प्रोफेसर योगेंद्र सिंह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में समाजशास्त्र विभाग के संस्थापकों में से एक थे। भारतीय समाज की आधुनिकता एवं परंपरा पर सिंह ने गंभीर कार्य किया है। समाजशास्त्र के क्षेत्र में योगदान के लिए सिंह को साल 2007 में इंडियन सोशियालोजिकल सोसायटी की ओर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में जन्मे सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की। साल 1970 में जेएनयू आने से पहले वह जोधपुर विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष थे। जेएनयू आने के बाद उन्होंने यहां समाजशास्त्र विभाग की स्थापना में अहम योगदान दिया। सिंह की किताब 'मॉडर्नाइजेशन ऑफ इंडियन ट्रैडिशन' आधुनिक भारतीय समाज को समझने में काफी मदद करती है।
सिंह की एक बेटी नीरजा सिंह हैं। नीरजा दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज में शिक्षक हैं। योगेंद्र सिंह की पत्नी का निधन 2017 में हुआ। सिंह जेएनयू में एमेरिटस प्रोफेसर थे। उनका निधन से देश ने एक मूर्धन्य समाजशास्त्री को खो दिया है। सिंह के निधन पर देश भर के समाजशास्त्रियों सहित विद्वानों ने उनके प्रति शोक संवेदना जताई है।