इंदौर: दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटने के बाद कई व्यक्तियों के कथित रूप से जान-बूझकर लापता हो जाने की भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को निंदा की। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद 'मानव बम की तरह घूम रहे' इन लोगों को चाहिये कि वे खुद को प्रशासन को सौंप दें।’’
विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'जिस प्रकार वहां (निजामुद्दीन मरकज) से (कोरोना वायरस से) संक्रमित होकर लोग घूम रहे हैं, वे मानव बम की तरह घूम रहे हैं। इसलिये मैं मीडिया के माध्यम से अपील करना चाहता हूं कि ऐसे लोगों को खुद को प्रशासन को सौंप देना चाहिये ताकि समाज में यह बीमारी ना फैल सके।'
उन्होंने कहा, 'अगर ऐसे लोग खुद को प्रशासन के हवाले करते हैं, तो उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया जायेगा। प्रशासन ऐसे लोगों की स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन्हें सावधानी के तौर पर पृथक केंद्रों में रखेगा और उनकी चिकित्सकीय मदद करेगा।'
विजयवर्गीय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रकोप के मद्देनजर तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटकर लोगों का जान-बूझकर गायब हो जाना न केवल बहुत बड़ी लापरवाही है, बल्कि एक अक्षम्य अपराध है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा है कि तबलीगी जमात के मसले को सनसनीखेज बनाये जाने की कोई जरूरत नहीं है, इसपर पश्चिम बंगाल के प्रभारी भाजपा महासचिव ने पलटवार करते हुए कहा, 'बनर्जी को सिर्फ वोटों की चिंता है। उन्हें देश और समाज की चिंता नहीं है।'
विजयवर्गीय ने अपने गृहनगर इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण के एक स्थानीय मरीज के संपर्क में आये लोगों को ढूंढने गये स्वास्थ्य कर्मियों के दल पर बुधवार को पथराव की घटना की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, 'इंदौर का एक नागरिक होने के नाते मैं खुद भी इस घटना पर शर्मिंदा हूं। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिये क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये स्वास्थ्य कर्मी बेहद विपरीत हालात में काम कर रहे हैं।'