- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया
- मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- मंदिर निर्माण का श्रेय लेना गलत
- राम मंदिर के भूमि पूजन पर शशि थरूर सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने दिए हैं बयान
भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय यदि कोई लेता है तो वह 'गलत' है क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त किया। मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में कमलनाथ ने बुधवार को कहा, 'आज देश के लिए ऐतिहासिक दिन है। देश के लोग लंबे समय से चाहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो। राजीव गांधी जी ने 1985 में मस्जिद का ताला खोलना का आदेश दिया। उन्होंने 1989 में कहा था कि देश में राम राज्य होगा और अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए। यदि कोई अब मंदिर निर्माण का श्रेय लेना चाहता है तो यह गलत है।'
पीएम मोदी ने किया राम मंदिर के लिए भूमिपूजन
बता दें कि पीएम मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए उसका भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। इसके साथ ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का शुभारंभ हो गया। पीएम ने इस मौके पर अतिथियों को संबोधित करते हुए कहा कि सदियों की इच्छा आज पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि यह मंदिर देश की एकता, अखंडता को मजबूत करेगा। बुधवार को कमलनाथ ने अपने घर पर 'राम दरबार' का आयोजन किया। कमलनाथ के अलावा कांग्रेस के राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने राम मंदिर के भूमिपूजन मौके पर ट्वीट किए। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में भगवान राम होने का मतलब समझाया।
कमलनाथ ने लगाया 'राम दरबार'
कमलनाथ ने मंगलवार को अपने आवास पर हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन किया। कमलनाथ ने बताया कि उन्होंने अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ कराया है और यह राज्य के लोगों की भलाई के लिए था। कांग्रेस ने कहा कि अयोध्या में भूमि पूजन के लिए मध्य प्रदेश की जनता की ओर से वह चांदी की ईंटें भेज रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम मध्य प्रदेश की जनता की तरफ से चांदी से बनीं 11 ईंटें अयोध्या भेज रहे हैं। ये ईंटें कांग्रेस सदस्यों से मिले दान के पैसे से खरीदी गई हैं। कल ऐतिहासिक दिन है। इस दिन की प्रतीक्षा पूरा देश कर रहा है।'
कांग्रेस नेताओं ने किए ट्वीट
राम मंदिर भूमि पूजन के मौके पर कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी, शशि थरूर और आनंद शर्मा ने ट्वीट किए। थरूर ने तंस कसते हुए कहा कि 'ना प्रेम सीखा है, ना त्याग सीखा है ना करुणा सीखी है, ना अनुराग सीखा है खुद को राम से बड़ा दिखाकर, खुश होने वालो तुमने श्री राम चरित मानस का कौन सा भाग सीखा है?'
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कसा तंज
शशि थरूर ट्वीट के जरिए कहते हैं कि ना प्रेम सीखा है, ना त्याग सीखा है ना करुणा सीखी है, ना अनुराग सीखा है खुद को राम से बड़ा दिखाकर, खुश होने वालो तुमने श्री राम चरित मानस का कौन सा भाग सीखा है? कांग्रेस नेता ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ नहीं थी। साल 1989 में राजीव गांधी ने वीएचपी को गैर-विवादित स्थल के समीप शिलान्यास करने की अनुमति दी। साथ ही मस्जिद खोलने का आदेश राजीव गांधी ने नहीं बल्कि साल 1986 में फैजाबाद के जिला जज ने ताला खोलने का आदेश दिया।'