- कर्नाटक के मंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा- बेंगलुरु और मैसूरू में स्लीपर सेल होने का अंदेशा है
- अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की गतिविधियां बढ़ी हैं- बासवराज बोम्मई
- मंत्री बोले- हमारी पुलिस अलर्ट पर है, खासकर, बेंगलुरु और मैसूरू में
बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai ) ने शुक्रवार को कहा कि बेंगलुरु और मैसूरू में आतंकवादियों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं तथा तटीय कर्नाटक और बंगाल की खाड़ी में उनकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। मैसूरू में पत्रकारों से बातचीत में बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) तटीय कर्नाटक और कर्नाटक के कुछ अंदरूनी इलाकों में जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) (Jamat-ul-Mujahideen Bangladesh, JMB) से संबंधित आतंकवादियों की गतिविधि का संदेह है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘बेंगलुरु और मैसूरू में स्लीपर सेल होने का अंदेशा है। इसलिए एनआईए अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है।’ उन्होंने चेताया कि जेएमबी ने तटीय कर्नाटक और राज्य के अंदरूनी हिस्सों में ही अपनी गतिविधियों का विस्तार नहीं किया है बल्कि बंगाल की खाड़ी और अरब महासागर के तटीय क्षेत्रों में भी किया है।
एनआईए की ओर से हाल में दिल्ली में किए गए खुलासे का हवाला देते हुए बोम्मई ने कहा कि एजेंसी ने कश्मीर और बांग्लादेशी चरमपंथियों पर जोर दिया हुआ है। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की गतिविधियां बढ़ी हैं। बोम्मई ने कहा, ‘इस स्थिति में, हमारी पुलिस अलर्ट पर है, खासकर, बेंगलुरु और मैसूरू में। हम सार्वजनिक स्थलों पर लोगों की जांच कर रहे हैं और संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं और उनका विश्लेषण कर रहे हैं।’
इस हफ्ते के शुरू में, मंत्री ने बेंगलुरू विशिष्ट आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) गठित करने का ऐलान किया था। यह दस्ता एनआईए के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु-विशिष्ट एटीएस एक नवंबर से कामकाज करना शुरू करेगा। कर्नाटक के पास अपना एटीएस पहले से है।
बीते एक साल में बेंगलुरु के आसपास के इलाकों से जेएमबी के कई संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी हुई और उनके पास से विस्फोटक उपकरण तथा अन्य सामग्री बरामद की गई थी जिसके बाद एटीएस गठित करने पर निर्णय किया गया। एनआईए के मुताबिक, ये आतंकवादी पश्चिम बंगाल के बर्धमान में दो अक्टूबर 2014 को हुए विस्फोट में शामिल रहे हैं। इस विस्फोट में दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। वे बेंगलुरु के आसपास छुपे हैं।