- केरल के इडुक्की जिले में बारिश व भूस्खलन से भारी तबाही हुई है
- जिले के राजमाला इलाके में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है
- केंद्र व राज्य सरकार ने पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है
तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली : केरल के इडुक्की जिले में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। जिले के राजमाला इलाके में मूसलाधार बारिश से भारी तबाही हुई है, जहां शुक्रवार को हुए भूस्खलन में एक चाय बागान के कई मजदूर व अन्य फंस गए। इनकी संख्या 70 से अधिक बताई जा रही है। 12 लोगों को अब तक मलबे से बाहर निकाले जाने की रिपोर्ट है, जबकि कई लोग अब भी मलबे में फंसे हैं, जिन्हें बाहर निकालने का काम जारी है। इलाके में कई लोगों के घर धंस गए, जबकि इस आफत के दौरान विशालकाय हाथी के भी बह जाने की सूचना है।
मुआवजे का ऐलान
राजमाला के पेत्तिमुदी में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण बिजली की लाइन प्रभावित होने से इलाके में संचार सेवाएं भी बाधित हैं। इस बीच केरल सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि का ऐलान किया है, जबकि घायलों का उपचार सरकारी खर्च पर कराए जाने की बात कही है। वहीं, केंद्र सरकार ने भी आपदा से जूझ रहे केरल की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है और पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि का ऐलान किया है।
केंद्र भी आया आगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के इडुक्की जिले में भारी बारिश व भूस्खलन की घटनाओं में जानमाल के नुकसान पर दुख जताते हुए कहा कि उनकी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि बारिश व भूस्खलन में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
कई जिलों में अलर्ट
यहां उल्लेखनीय है कि उत्तरी केरल में गुरुवार से ही भारी बारिश हो रही है। इसके मद्देनजर वायनाड, इडुक्की और मलप्पुरम जिलों में पहले ही 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है, जबकि एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड सहित नौ जिलों में 9 अगस्त तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए निचले इलाकों को पहले ही खाली करा लिया गया।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
वहीं, चेलियार नदी में भी उफान है, जिससे नीलांबुर शहर में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इडुक्की सहित केरल के बारिश प्रभावित जिलों में कई राहत शिविर बनाए गए हैं, जबकि प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है और लोगों को सहायता पहुंचाई जा रही है।