- राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को किया गया
- इसे 16 करोड़ से अधिक लोगों ने लाइव देखा
- इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 200 से अधिक टीवी चैनलों पर किया गया
नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, जिसे 16 करोड़ से अधिक लोगों ने लाइव देखा, जबकि इसका सीधा प्रसारण करीब 200 टीवी चैनलों पर किया गया। प्रसार भारती के सीईओ शशि एस वेम्पति ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी, जो दर्शाता है कि इस कार्यक्रम को लेकर लोगों में किस कदर उत्साह रहा।
प्रसार भारती के सीईओ ने किया ट्वीट
प्रसार भारती के सीईओ शशि एस वेम्पति ने ट्वीट कर बताया कि 16 करोड़ से अधिक लोगों ने इसे लाइव देखा। दूरदर्शन ने इसका लाइव कवरेज किया, जिसे करीब 200 टीवी चैनलों ने सीधा प्रसारित किया। यह प्रसारण 5 अगस्त को सुबह 10 बजकर 45 मिनट से शुरू हुआ था, जो दोपहर 2 बजे तक चला। इस दौरान पीएम मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया।
'राम की प्रासंगिकता हमेशा रहेगी'
भूमि पूजन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राम नाम की प्रासंगिकता हमेशा बरकरार रहेगी। मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने जीवन के आदर्शों को न केवल शब्दों में बयां किया, बल्कि उसे स्वीकार भी किया। राम के विचारों के मूल में हमेशा समाज का कमजोर तबका रहा। इस दौरान उन्होंने 'जय सियाराम' का जयकारा भी लगाया और कहा कि इसकी गूंज आज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।
तीन साल में बनेगा भव्य राम मंदिर
अयोध्या में भूमि पूजन के बाद अब मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने वाला है, जिसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने तीन साल का लक्ष्य तय किया है। ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) कंपनी को दी है। शुरुआती डेढ़ वर्षों में जहां भूमि तल पर निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, वहीं इसके बाद के वर्षों में ऊपर के दो मंजिलों पर निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। माना जा रहा है कि निर्माण कार्य वर्ष 2024 में रामनवमी तक पूरा हो जाएगा।