- दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है
- जून से सितंबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून की वजह से देश में 75 फीसदी बारिश होती है
- केरल के 9 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था
नई दिल्ली: मौसम विभाग ने घोषणा की है कि मानसून केरल पहुंच चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून केरल पहुंच गया है। सोमवार सुबह से केरल के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने नौ जिलों- तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम और कन्नूर के लिए येलो अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग ने पहले कहा था कि 1 जून या 2 जून तक मानसून के केरल में आने की उम्मीद है। राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है। आईएमडी ने कहा कि शहर में दिन के दौरान तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जाने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, 'दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी।' जून से सितंबर तक चलने वाले इस मानसून की वजह से देश में 75 फीसदी बारिश होती है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने 30 मई को मानसून आने की घोषणा की थी लेकिन आईएमडी ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि इस तरह की घोषणा के लिए अभी स्थितियां बनी नहीं हैं।
बढ़ता दबाव ले सकता है एक विकराल चक्रवाती तूफान का रूप
इसके अलावा देश के पश्चिम तट पर अरब सागर में चक्रवाती तूफान उठ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार 31 मई को पुष्टि की है कि अरब सागर और लक्ष्यद्वीप के बीच बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तेजी ला सकता है। 'निसारगा' नाम के इस समुद्री तूफान के अगले सप्ताह महाराष्ट्र और गुजरात की तटीय सीमा से टकराने की संभावना है। इससे मुम्बई के अत्याधिक प्रभावित होने की आशंका है। चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा, 'इस तूफान के दो जून सुबह उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका है और फिर यह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा।'