- हिमाचल प्रदेश में खालिस्तानी झंडों की एंट्री
- धर्मशाला में विधानसभा गेट के बाहर लगाए गए खालिस्तानी झंडे
- मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है। धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश विधान सभा के मुख्य द्वार और चारदीवारी पर खालिस्तान के झंडे बंधे पाए गए। इस कृत्य पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा कि यह एक शरारत पूर्ण कृत्य है जो गलत संदेश दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा, 'रात के अंधेरे में यह किया हिम्मत है तो दिन में कर के दिखाएं। यह एक कायरता पूर्ण हरकत है हम दोषियों को नहीं बख्सेंगे।' एसपी कांगड़ा, खुशाल शर्मा ने कहा, 'हो सकता है कि आज देर रात या सुबह-सुबह हुआ हो। हमने विधानसभा गेट से खालिस्तान के झंडे हटा दिए हैं। यह पंजाब के कुछ पर्यटकों की हरकत हो सकती है। हम आज केस दर्ज करने जा रहे हैं।'
वीडियो हुआ वायरल
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंची और झंडों को उखाड़ फेंका। पुलिस ने बताया कि यहां के स्थानीय लोगों ने अल सुबह विधानसभा के मेन गेट पर काले झंडे लगने की सूचना दी थी। 12 सेकेंड के एक वीडियो में दिख रहा है कि तपोवन स्थित विधानसभा भवन के बाहर गेट और दीवार पर खालिस्तानी झंडे लगे हैं और इन पर अंग्रेजी में खालिस्तान लिखा हुआ है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच में जुट गई है और स्थानीय नागरिकों से भी पूछताछ कर रही है कि आखिर किसने ये झंडे लगाए।
मिली थी धमकी
आपको बता दें कि कुछ समय पहले खालिस्तान समर्थक समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा 29 अप्रैल को शिमला में खालिस्तान झंडा फहराने की धमकी दी थी। तब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा था कि वह खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं क्योंकि सरकार को इस तरह की धमकियां पहले भी कई बार मिली हैं।