- नकवी के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को मिला है अल्पसंख्यक मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार
- तृणमूल कांग्रेस के नेता जवाहर सरकार ने मंत्रालय मिलने पर स्मृति ईरानी पर तंज कसा है
- केंद्रीय कानून मंत्री किरण रीजीजू ने अब जवाहर सरकार पर पलटवार किया है
Jawahar Sircar : अल्पसंख्यक मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार मिलने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोलने वाले तृणमल कांग्रेस (TMC) के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार पर भाजपा ने जोरदार पलटवार किया है। केंद्रीय कानून मंत्री किरण रीजीजू ने मंगलवार को जवाहर पर तीखा हमला बोला। रीजीजू ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि लोग तुष्टिकरण की राजनीति एवं छद्म धर्मनिरपेक्षता की मानसिकता से खुद को आजाद करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग कानून के तहत देश में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा मिला हुआ है।
स्मृति ईरानी को मिला है अल्पसंख्यक मंत्रालय का प्रभार
दरअसल, मुख्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने पर सरकार ने इस मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को दिया है। ईरानी को अतिरिक्त प्रभार मिलने पर टीएमसी नेता ने तंज कसते हुए कहा कि नकवी के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को अल्पसंख्यक मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। उन्होंने आगे कहा, 'कट्टर हिंदू स्मृति ईरानी की शादी पारसी से हुई है और उन्हें मुस्लिम, ईसाइयों का प्रभार दिया गया है। क्या यही भाजपा की धर्मनिरपेक्षता का ब्रांड है?' सरकार मोदी सरकार पर समय-समय पर तीखा हमला बोलते रहे हैं।
रीजीजू ने सरकार को दिया जवाब
सरकार के इस ट्वीट के बाद केंद्रीय मंत्री रीजीजू ने उन्हें टैग करते हुए पलटवार किया है। रीजीजू ने कहा, 'मुस्लिम, ईसाई? मैं उम्मीद करता हूं कि लोग तुष्टिकरण की राजनीति एवं छद्म धर्मनिरपेक्षता की बेड़ियों से खुद को आजाद करेंगे। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग कानून 1992 की धारा 2 (सी) में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन एवं पारसी को अल्पसंख्यक समुदाय माना गया है।' रीजीजू ने एक तरह से सरकार को याद दिलाया है कि पारसी भी अल्पसंख्यक समुदाय में ही आता है।
स्मृति ईरानी को दिया गया अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार, मुख्तार अब्बास नकवी का इस्तीफा मंजूर
राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने पर नकवी ने दिया इस्तीफा
बुधवार को नकवी और आरसीपी सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। दोनों का राज्यसभा कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो गया। इसके पहले दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंपा। इससे पहले कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों नेताओं की तारीफ की थी। भाजपा आने वाले समय में नकवी को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।