- 8 अक्टूबर को मनाया जाता है एयरफोर्स डे
- भारतीय वायुसेना के खाते में एक से बढ़कर एक कामयाबी
- एयरफोर्स डे परेड में राफेल भी होंगे शामिल
भारतीय वायु सेना की गाथा सिर्फ भारतीय ही नहीं विश्व पटल पर होती है। दुनिया का हर वायु सैन्य दल इस वक्त भारतीय वायु सेना के वीर जवानों के युद्ध कौशल की तकनीक पर अपनी नजर गड़ाए हुए है। 8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायु सेना का गठन किया गया था। वायु सेना के पुराने होने के साथ ही उसके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। पाकिस्तान हो या चीन, हर किसी को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए भारतीय वायु सेना तत्पर है. एयरफोर्स डे पर आइए जानते हैं, कुछ ऐसे क्षणों के बारे में, जिसने हर भारतीय को गौरवान्वित किया।
1965 की जंग में पाकिस्तान को किया तबाह
हमसे निकला और हमी को आँख दिखाने वाला पाकिस्तान भले ही संक्षिप्त में पाक कहलाता है, लेकिन उसकी करतूतें हमेशा ही नापाक होती हैं। 65 की जंग में भारतीय वायु सेना के 4 हंटर विमानों ने हथियारों से भरी पाकिस्तान की मालगाड़ी को तबाह कर दिया था। हथियारों से भरी मालगाड़ी को तबाह करने के लिए भारतीय लड़ाकू विमाओं ने एक के बाद एक कई राकेट दागे और अंत में उसे जमींदोज कर दिया।
जब 1971 में दुश्मन के खेमे में खूब मचाई खलबली
71 की वो लड़ाई भला कैसे भुलाई जा सकती है। गुजरात के कच्छ में भारत-पाकिस्तान की सेनाएं आमने-सामने थीं और पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायु सेना का एयर स्ट्रिप तबाह कर दिया था। तब भारतीय वायु सेना ने वहां के गांव के लोगों के साथ मिलकर इसे दोबारा सही किया और फिर कुछ इस तरह से पाकिस्तान सेना का दमन किया कि पाक सेना दोबारा खड़ी नहीं हुई।
1999 में कारगिल युद्ध में भारतीय वायु सेना ने खूब धोया पाक को
कारगिल का युद्ध हर भारतीय का माथा गर्व से ऊँचा और सीना चौड़ा कर देता है। इस युद्ध में भारतीय थल सेना ने अपना करतब दिखाया, लेकिन युद्ध का रुख तब बदल गया जब भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट आसमान में उड़ना शुरू किए और दुश्मन के खेमे पर बम बरसना शुरू किए। जब मिग 27 लड़ाकू विमानों ने दुश्मन पर गोले बरसाने शुरू किए नजारा देखने लायक था। ऑपरेशन विजय ने कारगिल युद्ध का रुख पूरी तरह से बदल दिया।
बालाकोट एयरस्ट्राइक, जिसने रच दिया इतिहास
दुश्मन के घर में घुसकर उसे कैसे मौत के घाट उतारते हैं, ये हुनर पूरी दुनिया ने भारतीय वायु सेना के जाबांज सपूतों से सीखा। कभी ऐसा सोचा भी नहीं गया था और भारतीय वायु सेना के जवानों ने कर दिखाया। 14 फरवरी को पाकिस्तानी सेना द्वारा कायराना हरकत का जवाब देने के लिए 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक करके भारत माता का गौरव बढ़ाया।
2020 में बिना युद्ध हुए जब चीन थर्राया
इतना ही नहीं भारत-चीन सीमा पर जिस तरह से भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने गश्त लगाया उससे चीन थर्रा गया। बार-बार गीदड़ भभकी देने वाला चीन अपने घर में दुबक गया। उसे एहसास हो गया कि भारतीय वायु सेना के वीर जवान और लड़ाकू विमान उसके एक भी गलत हरकत पर उसका मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। भारत-चीन सीमा पर पिछले कुछ महीनों से लगातार भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान आकाश में अपनी मौजूदगी बनाए हुए हैं। राफेल के भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होने के बाद दुश्मन की सांस फूलने लगी है। राफेल के आ जाने से भारतीय वायु सेना के पंख और भी मजबूत हो गए हैं।