- Farm Laws की वापसी पर बोले Lalu Prasad Yadav- यह किसानों के संघर्ष की जीत
- किसान आंदोलन ने पूंजी परस्त सरकार को झुकने पर मजबूर किया - लालू यादव
- लालू यादव ने सरकार पर लगाया पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्र के तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा के तुरंत बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही है। इस बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी सरकार के इस फैसले को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव नजदीक देख सरकार घबराई हुई है इसलिए यह फैसला लिया। टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि इससे सरकार को चुनाव में कोई विशेष फायदा नहीं होने वाला है।
आज लोकतंत्र की जीत हुई है- लालू
लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'संपूर्ण देश के किसानों ने यह आंदोलन किया था। इसमें करीब 500 लोगों की जान भी गई और इसको टाला जा सकता था। लेकिन प्रधानमंत्री जी एक भी नहीं सुना और लोगों ने आरोप लगाया कि खालिस्तानी लोग इसमें घुस आए हैं, पाकिस्तानी घुस आया है इसमें, आईएसआई घुस आया है इसमें। एक दूसरे को लड़ाने का काम किया इन्होंने, ये लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है। लोकतंत्र में निर्णय कूल माइंड से लेने चाहिए। लोकतंत्र हमेशा जीता है और आज लोकतंत्र की जीत हुई है। ये अभी पूरा नहीं हुआ है, ये संसद में वापस ले कानून। सबसे बड़ा मुद्दा है एमएसपी...'
पूंजीपतियों के फायदे के लिए लाए गए थे कानून
सरकार पर पूंजीपतियों के हितों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'अदानी और अंबानी के इशारे पर इन्होंने कानून लाया था। प्रधानमंत्री जी आज महसूस कर रहे हैं। बताना चाहिए कि कौन दवाब डाल रहा था। आपने तो किसी ने राय लिया नहीं था, कोई भी पॉलिटिकल पार्टी या अन्य दल से यह निर्णय़ लागू करने के लिए। चुनाव नजदीक है इसलिए घबराए हुए हैं। सिख समुदाय बहुत मजबूत कौम होती है। ये लोग चुनाव को लेकर घबरा गए हैं। इससे चुनाव में कोई फायदा नहीं होगा। '