- मणिपुर में जेडीयू के पांच एमएलए बीजेपी का हिस्सा
- मणिपुर से पता चलता है कि बीजेपी कितनी नैतिक
- मणिपुर में पैसे के दम पर विधायक तोड़े गए
पटना में जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो चुकी है। उससे ठीक पहले मणिपुर से पार्टी को जख्म मिला। जेडीयू के पांच विधायक भाजपा के हो गए तो जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आर अपने शीर्ष नेतृत्व को सपना दिखाते रहिए कुछ न कुछ फल जरूर मिलेगा। अब ललन सिंह के इस बयान के बाद बीजेपी की तरफ से खासतौर से सुशील मोदी की तरफ से प्रतिक्रिया आनी थी वो आई भी। सुशील मोदी ने कहा कि पोस्टर और होर्डिंग टांगने से कोई पीएम नहीं बन जाता।
मणिपुर की तरह बिहार भी होगा जेडीयू मुक्त
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हुए, राज्य जेडीयू मुक्त हो गया है। वे विधायक एनडीए में बने रहना चाहते थे। बहुत जल्द, हम बिहार में जदयू-राजद गठबंधन को तोड़ देंगे और राज्य को जेडीयू मुक्त कर देंगे। होर्डिंग और पोस्टर लगाकर कोई भी पीएम नहीं बन सकता।
'जो कहते थे सच साबित हुआ'
जेडीयू के कद्दवार ने उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के 5 विधायकों के भाजपा में विलय पर कहा कि हम कह रहे थे कि बीजेपी लगातार हमारी पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है. एनडीए के साथ रहते हुए हमने इसे महसूस किया और आज यह साबित हो गया है। आज हम उनके खिलाफ हैं इसलिए उनके हमले बढ़ेंगे लेकिन हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं।