हम बार बार कहते रह गए कि बिहार में शराबबंदी कानून का उल्लंघन हो रहा है लेकिन बिहार के मंत्री लगातार कहते रहे कि शराबबंदी कानून का पालन हो रहा है, हमारी नीयत सही है। आज की रिपोर्ट से बिहार में शराबबंदी कानून की सच्चाई के साथ-साथ बिहार सरकार की नीयत भी सामने आ गई। बीते 15 दिनों में बिहार में करीब 45 लोगों की जान चली गई थी, लेकिन सरकार सोई रह गई। आज की रिपोर्ट सरकार को जगाने के लिए काफी है।
मंगल पांडे के घर से महज चंद मीटर की दूरी पर शराब बिक रही है। ये बिहार सरकार के लिए शर्म की बात है क्योंकि ये पूरा इलाका पटना का सबसे पॉश इलाका है। इस जगह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घर महज 450 मीटर की दूरी पर है। टाइम्स नाउ नवभारत रिपोर्टर जैसे अवैध शराब के अड्डे से महज 10 मीटर आगे ही बढ़े होंगे कि उन्हें एक सरकारी आवास दिखा। रात के वक्त मेन गेट के बाहर नेम प्लेट लगा था। जिस पर नाम लिखा था मंगल पांडे। जी हां बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे।
पटना के जिस इलाके में टाइम्स नाउ नवभारत के रिपोर्टर ने अवैध शराब की बिक्री का भंडाफोड़ किया था वो पटना का सबसे VIP इलाका है। लेकिन जब इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से पूछा गया तो उनके पास कहने को ज्यादा कुछ ठोस था नहीं। जिस जगह पर अवैध शराब मिल रही थी वहीं पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सरकारी आवास 1 अणे मार्ग भी है लेकिन मुख्यमंत्री और उनके मंत्री शराबबंदी को अच्छे से लागू करने के लिए समीक्षा बैठक में जुटे हैं। उनकी नाक के नीचे शराब बिक रही है.. लेकिन इसकी उन्हें हवा तक नहीं लग रही। ऐसे में शराबबंदी को लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़े होते हैं।
राजधानी पटना के साथ-साथ वैशाली का भी ये ही हाल है। पटना से सिर्फ 46 किलोमीटर दूर। यहां भी किसी को कोई खौफ नहीं है। कोई डर नहीं। ना कानून का डर, ना प्रशासन का डर, ना पुलिस का डर। सब बेखौफ होकर शराब बेच रहे हैं। आप रिपोर्ट को देखकर हैरान हो जाएंगे कि जिस होटल में लंच और डिनर मिलना चाहिए वहां किस तरह से शराब बेची जा रही है। टाइम्स नाउ नवभारत के रिपोर्टर ने महनार में सड़क किनारे एक होटल में शराब को लेकर बात की। सिलसिला आगे बढ़ा तो होटल चलाने वाले भाई साहब खुलने लगे। फिर खुलते-खुलते उन्होंने बोतल खोलने तक की बात कर दी। अब तक शराब की बोतल खाने की टेबल तक पहुंच चुकी थी। बिहार में शराबबंदी की एक एक तस्वीर टाइम्स नाउ नवभारत आपको लगातार दिखा रहा है। इससे पहले हमने आपको आठ और नौ नवंबर को लगातार बिहार में शराबंबदी की असल तस्वीर स्टिंग ऑपरेशन के जरिए दिखाई थी। बिहार में बीते 15 दिनों में शराब की वजह से 45 मौतें हुईं। इस खबर को टाइम्स नाउ नवभारत ने मुख्यता से दिखाई और इसी का नतीजा है कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी के कानून को सख्त करने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई है।
टाइम्स नाउ नवभारत के स्टिंग ऑपरेशन पर बिहार के DGP एसके सिंघल ने कहा की हम लोग पहचान करके इस पर कारवाई करेंगे। बिहार के DGP ने माना की शराब की बिक्री रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा की ये नहीं कहा जा सकता जो जेल चला गया वो आदमी बेल करा कर ये काम दोबारा नहीं करेगा। वो तो ये काम दोबारा कर रहा है। ये लगातार चलने वाली चीज है। ये एक समय पर कभी नहीं रुकेगी, इस पर लगातार कारवाई करनी ही पड़ेगी।