- महाराष्ट्र सरकार द्वारा राज ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है।
- बुधवार को कई जगहों पर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा पढ़ी।
- लाडउस्पीकर विवाद में नवनीत राणा को जमानत मिल गई है।
Loudspeaker Controversy: महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर को लेकर दिए गए अल्टीमेटम के बाद मुंबई में परमिशन के नए आंकड़े सामने आए हैं। मुंबई पुलिस के अनुसार शहर के करीब 2,400 मंदिरों में से 24 को लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है। जबकि 1,140 मस्जिदों में से 950 मस्जिदों को लाउडस्पीकर इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार मुंबई पुलिस के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, महानगर के सिर्फ एक फीसदी मंदिरों ने अपने परिसरों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति ली हुई है। ऐसे में देखना है कि मनसे नेता राज ठाकरे और उनके कार्यकर्ता आज क्या कदम उठाते हैं।
पुलिस एकत्र कर रही है डाटा
पुलिस अधिकारी के अनुसार चर्च, गुरुद्वारों, बौद्ध विहारों और यहूदियों के उपासना स्थल और अन्य धार्मिक स्थलों द्वारा लाउडस्पीकर के इस्तेमाल संबंधी आंकड़ें अभी पुलिस द्वारा एकत्र किए जा रहे हैं । साथ ही जहां पर अनुमति नहीं ली गई है, उन पूजा स्थलों के प्रबंधन को लाउडस्पीकर लगाने के लिए अनुमति लेने के लिए कहा जाएगा। अधिकारी के अनुसार इन आकड़ों के आने के बाद तस्वीर और साफ हो पाएगी।
राज ठाकरे ने फिर दी चुनौती
इस बीच महाराष्ट्र सरकार द्वारा राज ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद, राज ठाकरे ने फिर से खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिए अजान होता है तो हम हनुमान चालीसा का पाठ दोगुनी आवाज में जरूर करेंगे। इस बीच 4 मई से हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान करने वाली एमएनएस के कई कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न इलाकों में हनुमान चालीसा पढ़ी । राज ठाकरे ने इस बीच यह भी कहा है कि कोर्ट के फैसला सुनाने के बाद भी अगर सरकारें उसका पालन नहीं करवा पा रही हैं तो फिर सुप्रीम कोर्ट का फायदा क्या है। उन्होंने पूछा कि आखिर एमएनएस के कार्यकर्ताओं को ही निशाने पर क्यों लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो आज सरकार में बैठे हैं वो कभी हिंदू आदर्श की बातें किया करते थे।
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