नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन (Madhya Pradesh Governor Lal ji Tandon) की डेथ हो गई है, गंभीर हालत में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। गौरतलब है कि लालजी टंडन को सांस की दिक्कत तथा अन्य परेशानियों की वजह से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका लंबे समय तक इलाज चला लालजी टंडन का निधन 85 वर्ष की उम्र में हुआ है,लालजी टंडन लखनऊ से सांसद भी रहे हैं वो बीजेपी का बेहद पुराने और नामचीन चेहरा थे उनके निधन पर लोगों ने दुख जताया है।
लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन ने इस बात की जानकारी दी पहले सोमवार को खबर आई थी कि लालजी टंडन की हालत गंभीर है और वह वेंटिलेटर पर थे। उनको लखनऊ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।
टंडन को गत 11 जून को सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। टंडन की तबीयत खराब होने के चलते उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था।तबीयत बिगड़ने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान उनसे मिलने के लिए लखनऊ भी गए थे उसके बाद से वह लगातार उनके परिजनों के संपर्क में थे।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टण्डन के सम्मान में यूपी में एक दिन का राजकीय अवकाश व तीन दिन का राजकीय शोक रहेगा, इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके पार्थिव शरीर के दर्शन कर श्रद्धांजलि दी थी वहीं लालजी टंडन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया। पीएम ने ट्वीट किया, 'श्रद्धेय श्री लालजी टंडन जी को विनम्र श्रद्धांजलि, ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन ‘गोपाल जी’ ने सूचना देते हुए संदेश जारी किया-
अत्यंत दुखी एवं भावविगलित मन से सूचित करते हैं कि हमारे पूज्य पिताजी श्रद्धेय श्री लाल जी टंडन जी महामहिम राज्यपाल, मध्यप्रदेश का देहावसान आज दिनांक २१.०७.२०२० दिन मंगलवार को प्रात: 5:35 पर हो गया है।उनके अंतिम दर्शन प्रात: १०.०० बजे से १२.०० बजे तक कोठी नं ९, त्रिलोकनाथ रोड, हजरतगंज पर अपराह्न १२.०० बजे से अपने निवास ६४ सोंधी टोला, चौक, लखनऊ पर होंगे।अंतिम यात्रा ४.०० बजे गुलाला घाट,चौक, के लिए प्रस्थान करेगी।अंतिम संस्कार गुलाला घाट, चौक, लखनऊ पर ४.३० बजे संपन्न होगा।करोना आपदा के कारण आप सब से करबद्ध प्रार्थना है की शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों से ही पूज्य बाबूजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करें, जिससे कि सोशल डिसटेंसिंग का पालन हो सके।