राजगढ़ (मध्य प्रदेश): जिले के चाटूखेड़ा गांव स्थित एक मंदिर में कथित रूप से कोरोना वायरस को भगाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बड़ी तादाद में भीड़ जुटी। इस सिलसिले में जिला प्रशासन ने एक महिला सहित चार लोगों के खिलाफ कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने को लेकर मामला दर्ज किया है। उक्त घटना मंगलवार को खुजनेर थाने के चाटूखेड़ा गांव स्थित माताजी व हनुमानजी के मंदिर में हुई।
कार्यक्रम का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मंदिर प्रबंधन का एक व्यक्ति कह रहा है कि कोरोना भगाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और पंडी बादाम बाई पर परी (देवी) आ गई है और उसका दावा है कि उसके द्वारा दिए गये जल ग्रहण करने पर कोराना नहीं आएगा। इस वीडियो में सैकड़ों लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है और वे सभी इस जल को ग्रहण कर रहे हैं। इन लोगों में से अधिकतर ने मास्क नहीं पहना हुआ है और दो गज की दूरी भी नहीं बनाई है।
चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज
खुजनेर थाना प्रभारी उमेश यादव ने गुरुवार को बताया, 'इस मामले में पंडी बादाम बाई एवं उसके सहयोगियों वीरम सिंह, रमेश दांगी एवं मांगी लाल के खिलाफ बुधवार शाम को कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के मामले में भादंवि की धारा 188, 269, 270 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 205 की धारा 51 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।'
उन्होंने कहा कि संक्रमण के मद्देनजर जिला कलेक्टर के आदेश के अनुसार पूर्वानुमति के बगैर किसी भी सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। धार्मिक कार्यक्रम में चार से अधिक व्यक्तियों के जमा होने पर प्रतिबंध है, लेकिन डी बादाम बाई एवं उसके सहयोगियों ने गांव के लोगों को इकट्ठा कर माताजी पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में शामिल हुए 150 लोग
यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम में आयोजकों ने कलेक्टर द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया और गांव में करीब 150 लोगों को इकट्ठा कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है।
खुजनेर के नायब तहसीलदार शंभू सिंह मीणा ने बताया, 'मैं स्वयं प्रशासनिक अमले एवं पुलिस के साथ चाटूखेड़ा गांव में मौके पर पहुंचा था। वहां भारी संख्या में भीड़ एकत्रित थी। हमने लोगों को समझाया, तब जाकर भीड़ वहां से हटी।'