- दिग्विजय सिंह भोपाल में जरूरतमंदों के बीच राशन बांटने पहुंचे थे
- कांग्रेस नेता के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची थीं
- यहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो सका
भोपाल : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं हो सका। वह भोपाल के संत हिरदाम नगर में बुधवार को जरूरतमंदों के बीच राशन बांटने पहुंचे थे, जहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ आई थी। इसे लेकर बीजेपी जहां कांग्रेस के खिलाफ हमलावर हो गई है, वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी है।
जरूरतमंदों को राशन बांटने पहुंचे थे कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बुधवार को भोपाल के संत हिरदाम नगर में जरूरतमंदों के बीच राशन बांटने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन ब्लॉक कांग्रेस की ओर से देश के प्रथम व पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर किया गया था। कांग्रेस ने नेहरू की पुण्यतिथि पर ऐसे और भी कई कार्यक्रमों का आयोजन किया था, जिनमें भोपाल का ये कार्यक्रम भी शामिल था। जैसे ही दिग्विजय सिंह ने राशन वितरण का काम शुरू किया, महिलाओं की भारी भीड़ वहां जमा हो गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका।
बीजेपी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
दिग्विजय सिंह के इस कार्यक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि किस तरह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का अनुपाल नहीं हो रहा है। कार्यक्रम का वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से संक्रमण और फैलेगा, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ेंगी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राशन बांटने के लिए बड़ी संख्या में लोगों को बुलाया गया था, पर उनके लिए उतने राशन की व्यवस्था नहीं की गई थी।
कांग्रेस का पलटवार
बीजेपी नेता के इन आरोपों पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस ने बीजेपी से तीन दिन पहले रविवार को बीजेपी नेता प्रभुराम चौधरी के भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम की याद दिलाई, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन हुआ था। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इसे लेकर ट्वीट किया था और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार पर हमला बोला था। अब उसी मसले को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।