- उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश आए थे नेपाल के 22 छात्र
- लॉकडाउन होने के चलते फंस गए और नहीं जा सके वापस
- सीएम योगी ने बसों से भिजवाया नेपाल, नहीं लिया किराया
Yogi Adityanath Helps Nepali students: कोटा में फंसे 10 हजार से अधिक छात्रों को सकुशल प्रदेश लाकर योगी आदित्यनाथ ने एक नजीर पेश की थी और अब यूपी में फंसे नेपाल के छात्रों को भारत-नेपाल बॉर्डर तक भेजकर एक नई मिसाल पेश की है। यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है जब भारत और नेपाल के संबंध सीमा विवाद को लेकर तल्ख हैं। नेपाल संग भारत के रिश्तों में कड़वाहट होने के बावजूद उन्होंने छात्रों के हित में यह फैसला लेकर उदारवादी छवि पेश की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन की वजह से नेपाल के 22 छात्र उत्तर प्रदेश में फंसे थे। यह सभी छात्र उत्तराखंड से आए थे लेकिन यहीं फंस गए। जब यह जानकारी यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने तत्काल इन छात्रों को भारत-नेपाल बॉर्डर तक सकुशल पहुंचाने की व्यवस्था करने को कहा। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से इन छात्रों को निशुल्क बॉर्डर तक पहुंचाया।
कोटा से बुलाए थे 10 हजार से ज्यादा छात्र
राजस्थान के कोटा में कोचिंग ले रहे 10 हजार से अधिक छात्रों को भी यूपी रोडवेज की 300 से अधिक बसों के माध्यम से योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश लाने की व्यवस्था की थी। यह निर्देश योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर कोटा के एक छात्र का वीडियो देखने के बाद दिया था। वापस आए छात्रों से योगी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात भी की थी। योगी के इस कदम की खूब सराहना हुई थी।
25 लाख मजदूरों की कराई घर वापसी
योगी आदित्यनाथ का घर वापसी मॉडल पूरे देश में हिट हो रहा है और हर राज्य अपने मजदूरों को अपने प्रदेश बुला रहा है। यूपी सीएम के निर्देशन में अब तक 25 लाख प्रवासी श्रमिक देश के अन्य राज्यों से यूपी आ चुके हैं। योगी आदित्यनाथ इन सभी को रोजगार देने के लिए भी अहम कदम उठा रहे हैं।