नई दिल्ली: महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय के ओर से कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई और पुणे क्षेत्रों में दी गई लॉकडाउन छूट को रद्द कर दिया क्योंकि 'लोग जिम्मेदारी से व्यवहार नहीं कर रहे हैं।' हालांकि राज्य के बाकी हिस्सों में आंशिक छूट जारी रहेगी। मुंबई और पुणे दोनों कोरोनो वायरस हॉटस्पॉट्स हैं। 20 अप्रैल को बड़ी संख्या में लोगों को देखने के बाद मुंबई और पुणे में लॉकडाउन में मिलने वाली छूट को वापस ले लिया गया। सरकार ने फैसला लिया है कि अखबारों और पत्रिकाओं की डोरस्टेप डिलीवरी पर अंकुश केवल मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) और पुणे शहर में कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर लागू होगा।
CMO द्वारा कहा गया, '17 अप्रैल, 2020 को जारी किए गए आदेश के अनुसार छूट की वजह से बड़ी संख्या में लोग निकलते हैं जिससे आगे चलकर महामारी फैलने का खतरा भी है, अब निर्देश है कि मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) और पुणे महानगर क्षेत्र (PMR) क्षेत्र में 17 अप्रैल को जारी किए गए आदेश लागू नहीं होते हैं और उससे पहले प्रचलित स्थिति लागू होगी।'
इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के घरों तक वितरण पर रोक लगाने के पिछले सप्ताह के अपने दिशा निर्देशों में मंगलवार को संशोधन किया और कहा कि यह रोक केवल मुंबई महानगर क्षेत्र और पुणे में लागू होगी।
सरकार ने 18 अप्रैल की अपनी अधिसूचना में राज्य भर में अखबारों और पत्रिकाओं के घरों तक वितरण पर रोक लगा दी थी। हालांकि उसमें कहा गया था कि प्रिंट मीडिया को 20 अप्रैल से लॉकडाउन प्रावधानों में छूट दी गई है।
सरकार के आदेश में कहा गया है कि घरों तक समाचार पत्रों या पत्रिकाओं का वितरण करने वाला मास्क पहनेंगे, सेनेटाइजर का इस्तेमाल करेंगे और सामाजिक दूरी संबंधी नियमों का पालन करेंगे।